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शिमला, 25 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चंबा जिले की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा और इससे जुड़े पवित्र स्थलों को प्रसाद योजना में शामिल करने के प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार गंभीरता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव का मूल्यांकन भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है और जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, इसे मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेज दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा में विधायक डॉ. जनक राज द्वारा नियम 62 के तहत उठाए गए मुद्दे का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग को 6 जून को क्षेत्रीय कार्यालय चंबा से मणिमहेश यात्रा को प्रसाद योजना में शामिल करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।
सुक्खू ने कहा कि प्रसाद योजना पूरी तरह से केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त योजना है और इसके सभी घटकों के लिए 100 प्रतिशत केंद्र से धन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि इसी योजना के तहत भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने माता चिंतपूर्णी मंदिर विकास परियोजना को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शुभारंभ 7 मार्च 2024 को किया था और इस परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्रालय ने 31 मार्च को 56.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। वर्तमान में यह परियोजना एनआईटी चरण में है।
इससे पहले विधायक डॉ. जनक राज ने कहा कि इन दिनों चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा चल रही है, जिसमें देशभर से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में सुविधाओं का अभाव है और केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि यदि प्रदेश सरकार अनुशंसा करके प्रस्ताव भेजती है तो इसे प्रसाद योजना में शामिल करने पर विचार किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा