ऑनलाइन गेम्स को प्रतिबंधित करने से साइबर ठगी में कमी आने की संभावना
धर्मशाला, 25 अगस्त (हि.स.)। केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन गेम्स को प्रतिबंधित करने के बाद साइबर ठगी में कमी आने की संभावना जताई जा रही है। गौरतलब है कि हाल ही में संसद में ऑनलाइन गेम्स को भारत में प्रतिबंधित करने को लेकर बिल पास किया गया है। साइबर थाना
ऑनलाइन गेम्स को प्रतिबंधित करने से साइबर ठगी में कमी आने की संभावना


धर्मशाला, 25 अगस्त (हि.स.)। केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन गेम्स को प्रतिबंधित करने के बाद साइबर ठगी में कमी आने की संभावना जताई जा रही है। गौरतलब है कि हाल ही में संसद में ऑनलाइन गेम्स को भारत में प्रतिबंधित करने को लेकर बिल पास किया गया है। साइबर थाना नोर्थ जोन धर्मशाला में भी अलग-अलग तरीके से ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले मामलों में ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर फ्रॉड की शिकायतें सामने आती हैं।

जिसमें ऑनलाइन ठगी में माहिर शातिरों द्वारा युवा वर्ग को अधिक टारगेट करते हुए फजीं गेमि निवेश करवाकर बदले में पैसे कमाने का प्रलोभन देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया जाता था। इसके चलते बहुत से लोगों के खाते शातिरों के निशाने पर आ जाते थे और ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने आए लाखों रूपए खातों में होल्ड हो जाते थे, लेकिन अब काफी हद तक फर्जी ऑनलाइन गेमिंग के माध्य ऑनलाइन फ्रॉड से संबंधित साइबर अपराधों में काफी हद तक कमी आने की बात कही जा रही है। साइबर ठगी से लोग काफी हद तक बचेंगे।

ए.एस.पी. साइबर थाना उत्तरी रेंज धर्मशाला प्रवीण धीमान ने बताया कि हाल ही में संसद में ऑनलाइन गेमों को भारत में प्रतिबंधित करने को लेकर पास किया गया बिल काफी हद तक साइबर अपराधों में कमी लाएगा। साइबर थाना में ऑनलाइन ठगी को लेकर बहुत सी शिकायतों में ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर फजीं गेमिंग ऐप में निवेश करवाकर बदले में पैसे कमाने का प्रलोभन देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया जाता था, लेकिन अब यह कानून बनने से ऑनलाइन फ्रॉड से संबंधित साइबर अपराधों में काफी हद तक कमी आने की संभावना है। साथ ही साइबर ठगी से लोग काफी हद तक बचेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया