Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
देहरादून, 25 अगस्त (हि.स.)। पिथौरागढ़ जिले के देवत गांव में पत्थर गिरने की घटना के बाद जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण किया और वहां प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास करने का भराेसा दिया है। उन्हाेंने कहा कि जिला प्रशासन लगातार ग्रामीणाें से संपर्क बनाए हुए है और उनकी सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी साेमवार सुबह देवत गांव पहुंचे, जहां में हाल ही में पत्थर गिरने की घटना से गांववासी परेशान हैं। जिलाधिकारी ने
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने गांववासियाें काे हरसंभव मदद के साथ पुनर्वास का भराेसा दिया है। इस
माैके पर जिलाधिकारी गाेस्वामी ने बताया कि लगातार हो रही वर्षा के कारण पहाड़ियों से चट्टानों के गिरने का खतरा बढ़ गया था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित परिवारों को रात्रि में ही सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। उन्होंने कहा कि बारिश को देखते हुए ग्रामीणों के लिए स्थायी आवास व्यवस्था करना आवश्यक है। अस्थायी तौर पर प्रेशियस अकादमी भवन में उनके लिए रहने की व्यवस्था की गई है। यहां ग्रामीणों को चारपाई, गद्दे, रजाई, बिस्तर, विद्युत, पेयजल और सामुदायिक रसोई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्हाेंने कहा कि जिला प्रशासन लगातार ग्रामीणाें से संपर्क बनाए हुए है और उनकी सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि गांव के ऊपरी क्षेत्र की पहाड़ियों पर कई लूज बोल्डर अटके हैं, जो किसी भी समय खिसक कर गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए भूवैज्ञानिकों की टीम से शीघ्र ही भूगर्भीय सर्वेक्षण कराया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर पहाड़ियों की ढलानों का ट्रीटमेंट कार्य जल्द शुरू किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों एवं शासन की नीतियों के अनुरूप प्रभावित ग्रामीणों के स्थायी विस्थापन की प्रक्रिया भी प्रारम्भ की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्रामीणों को सुरक्षित और उपयुक्त स्थानों पर बसाना प्रशासन की प्राथमिकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभावित परिवारों को गांव के पास बने बैंकेट हाल में भी शिफ्ट किया गया है। रात में ग्रामीण बैंकेट हाल में रहेंगे, जबकि दिन में वे अपने दैनिक कार्य करते रहेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 20 परिवारों के 80 से अधिक लोगों के पुनर्वास की व्यवस्था मानसून सीजन तक कर दी गई है। प्रशासन ने सभी प्रभावित परिवारों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दाैरान जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद, दर्जा राज्यमंत्री गणेश भंडारी, जिला अध्यक्ष भाजपा गिरीश जोशी, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोमल मेहता, प्रशिक्षु उपजिलाधिकारी आशीष जोशी, वैभव कांडपाल, तहसीलदार विजय गोस्वामी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी माैजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल