अमेरिकी टैरिफ और ईयूडीआर से हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए चुनौतियों के साथ नए अवसर : डॉ नीरज विनोद खन्ना
मुरादाबाद, 25 अगस्त (हि.स.)। अमेरिकी टैरिफ और ईयूडीआर से हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं। यह विचार सोमवार को इस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की ओर से जोधपुर में यूरोपीय संघ वन कटाई रोकथाम विनियमन (ईयूडीआर) और अमेरिकी टैरिफ
हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के नवनियुक्त अध्यक्ष डाॅ नीरज विनाेद खन्ना


मुरादाबाद, 25 अगस्त (हि.स.)। अमेरिकी टैरिफ और ईयूडीआर से हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं। यह विचार सोमवार को इस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की ओर से जोधपुर में यूरोपीय संघ वन कटाई रोकथाम विनियमन (ईयूडीआर) और अमेरिकी टैरिफ चुनौतियों के विषय पर आयोजित संगोष्ठी में ईपीसीएच के चेयरमैन मुरादाबाद निवासी डॉ. नीरज विनोद खन्ना ने कही।

संगोष्ठी में डॉ. नीरज विनोद खन्ना के अलावा करीब 200 से अधिक निर्यातक और हितधारक शामिल हुए। संगोष्ठी में निर्यातकों को ईयूडीआर की अनुपालन आवश्यकताओं, अमेरिकी टैरिफ वृद्धि और वैश्विक व्यापार की अस्थिरताओं के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही परिषद ने 61वें आईएचजीएफ दिल्ली मेला (स्प्रिंग) की तारीखें पोषित कीं। यह मेला अब 14 से 18 फरवरी 2026 को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपी सेंटर एवं मार्ट में लगेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल