‘बोलने की स्थिति में नहीं’ – न्यू गड़िया हत्याकांड में मारी गई वृद्धा के पुत्र का बयान, सुरक्षा पर उठे सवाल
कोलकाता, 23 अगस्त (हि.स.) । कोलकाता के न्यू गड़िया स्थित पंचसायर इलाके में 79 वर्षीय महिला की हत्या के बाद पूरे आवासन परिसर में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। मृतका विजया दास के पुत्र सौम्यब्रत दास, जो मुम्बई में रहते हैं, ने कहा कि वह इस समय
‘बोलने की स्थिति में नहीं’ – न्यू गड़िया हत्याकांड में मारी गई वृद्धा के पुत्र का बयान, सुरक्षा पर उठे सवाल


कोलकाता, 23 अगस्त (हि.स.) ।

कोलकाता के न्यू गड़िया स्थित पंचसायर इलाके में 79 वर्षीय महिला की हत्या के बाद पूरे आवासन परिसर में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। मृतका विजया दास के पुत्र सौम्यब्रत दास, जो मुम्बई में रहते हैं, ने कहा कि वह इस समय “बोलने की स्थिति में नहीं” हैं। उन्होंने जांच के हित में अधिक टिप्पणी करने से इनकार करते हुए केवल इतना कहा कि “आवासन की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।”

पुलिस ने इस हत्याकांड में दंपति की देखभाल के लिए नियुक्त की गई आया आशालता सरदार और उसके पुरुष साथी मोहम्मद जलील मीर को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आशालता रात में अपने साथी को लेकर वृद्ध दंपति के घर पहुंची थी। वह घर के भीतर गई जबकि उसका साथी बाहर इंतजार कर रहा था।

शुक्रवार सुबह पंचसायर थाना क्षेत्र के एस-32 कूलू विला नामक मकान से विजया दास का शव बरामद किया गया। उनका शव सीढ़ी के पास खून से लथपथ हालत में पड़ा था और हाथ-पांव बंधे हुए थे। पास वाले कमरे से उनके पति प्रशांत दास (82) मिले, जो गंभीर रूप से व्यथित अवस्था में थे। परिवार की बेटी जर्मनी में रहती हैं जबकि बेटा मुंबई से घटनास्थल पर पहुंचा।

हत्या के बाद यह खुलासा हुआ कि घर की आलमारी खुली हुई थी और गहने गायब थे। घर की सीसीटीवी तार काट दी गई थी तथा बिजली का कनेक्शन भी बंद कर दिया गया था। पुलिस का प्राथमिक अनुमान है कि संपत्ति और लूट की नीयत से यह हत्या की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि वृद्धा की मौत गला दबाकर और सिर पर चोट पहुंचाकर की गई।

पंचसायर के इस आवासन में करीब 400 लोग रहते हैं और यहां 20 से 22 सीसीटीवी कैमरे तथा चौकीदार की व्यवस्था है। फिर भी हत्या जैसी वारदात ने सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है। कई निवासी बताते हैं कि रात को चौकीदार की सीटी की आवाज सुनी जाती थी, लेकिन किस घर में कौन काम करेगा, इसका निर्णय सहकारी समिति की ओर से नहीं लिया जाता।

घटना से दहशत में आए पुत्र सौम्यब्रत ने कहा, “अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं। पिता भी ठीक नहीं हैं। उन्हें फिलहाल सुरक्षित घर पर लाया गया है। बस इतना कह सकता हूं कि सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करना जरूरी है।”

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर