पांच सौ से अधिक इंटरनेशनल बायर्स देखेंगे ‘मेड इन यूपी’ की ताकत
--यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का तीसरा संस्करण योगी सरकार के विजन को देगा वैश्विक उड़ान --80 देशों के बायर्स बनेंगे साक्षी, अब तक 75 देशों के 340 से अधिक बायर्स ने दी सहमति लखनऊ, 23 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की समृद्ध परम्परा, उद्यमिता और कारीगरों का
पांच सौ से अधिक इंटरनेशनल बायर्स देखेंगे ‘मेड इन यूपी’ की ताकत


--यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का तीसरा संस्करण योगी सरकार के विजन को देगा वैश्विक उड़ान

--80 देशों के बायर्स बनेंगे साक्षी, अब तक 75 देशों के 340 से अधिक बायर्स ने दी सहमति

लखनऊ, 23 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की समृद्ध परम्परा, उद्यमिता और कारीगरों का हुनर अब वैश्विक मंच पर और अधिक चमकने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितम्बर तक उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) का आयोजन होने जा रहा है। यह मेगा शो न केवल प्रदेश की औद्योगिक शक्ति और सांस्कृतिक पहचान का परिचय देगा बल्कि दुनिया भर के निवेशकों और खरीदारों को मेड इन यूपी की ताकत भी दिखाएगा।

इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में करीब 80 देशों के 500 से अधिक बायर्स के आने की उम्मीद है। इनमें से अब तक 75 देशों के 340 से ज्यादा बायर्स ने आने की पुष्टि भी कर दी है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में इसमें और तेजी से वृद्धि की सम्भावना है। इस तरह यूपीआईटीएस प्रदेश के उत्पादों के लिए वैश्विक बाजार के दरवाजे खोलने वाला साबित होगा।

--ओडीओपी और कारीगरों को मिलेगा वैश्विक मंच

योगी सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) योजना पहले ही प्रदेश को अलग पहचान दिला चुकी है। यूपीआईटीएस में इन उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाकर इन्हें वैश्विक खरीदारों से सीधे जोड़ा जाएगा। इससे न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को फायदा होगा, बल्कि निर्यात और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर आयोजित यह शो उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय व्यापार का हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। इसका उद्देश्य प्रदेश को निर्यात के मामले में शीर्ष पायदान पर ले जाना और निवेश आकर्षित करना है। सरकार चाहती है कि यूपी के हर जिले का हुनर वैश्विक बाजारों तक पहुंचे और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में योगदान दे।

--नाै रीजंस से आएंगे इंटरनेशनल बायर्स

दुनिया के 9 प्रमुख रीजंस से इंटरनेशनल बायर्स का आगमन इस आयोजन को और खास बना रहा है। यूरोप और सीआईएस रीजंस से कुल 110 बायर्स के आने की सम्भावना है, जिनमें से 88 बायर्स (18 यूरोपीय और 6 सीआईएस देशों से) ने पहले ही सहमति दे दी है। वेस्ट एशिया (डब्ल्यूएएनए) से 100 बायर्स का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 12 देशों के 76 बायर्स अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर चुके हैं।

इसी तरह साउथ ईस्ट एशिया (एसईए) से 80 बायर्स की उम्मीद है, जिनमें से 5 देशों के 10 बायर्स अब तक पुष्टि कर चुके हैं। साउथ एशिया (एसए) रीजंस से 50 में से 30 बायर्स (3 देशों से) आने वाले हैं। वहीं, लैटिन अमेरिकी देशों से 50 बायर्स की सम्भावना है, जिनमें से 6 देशों के 27 बायर्स ने सहमति दी है। ओशनिया से 30 बायर्स का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 2 देशों के 3 बायर्स ने अपनी पुष्टि कर दी है। नॉर्थ अमेरिका से 30 बायर्स की उम्मीद है और इनमें से 3 देशों के 9 बायर्स आने को तैयार हैं। अफ्रीका रीजंस से 50 बायर्स का लक्ष्य है, जिनमें 11 देशों के 38 बायर्स पहले ही सहमति दे चुके हैं। इसके अलावा, नाफ्टा रीजंस के 3 देशों से 11 बायर्स और ईस्ट अफ्रीका के 8 देशों से 50 बायर्स ने भी यूपीआईटीएस में भागीदारी के प्रति अपनी उत्सुकता दिखाई है। इस तरह यह आयोजन लगभग पूरी दुनिया की भागीदारी सुनिश्चित करने वाला साबित हो रहा है।

--17 प्रमुख सेक्टर्स में लगेगी प्रदर्शनी

इस मेगा इंटरनेशनल शो को खास बनाने के लिए 17 प्रमुख सेक्टर्स के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इन सेक्टर्स में उत्तर प्रदेश की विशेष पहचान बनाने वाले उत्पाद और ओडीओपी विशेष रूप से प्रदर्शित होंगे। इनमें एग्रीकल्चर, हॉर्टीकल्चर इरिगेशन, एनीमल हस्बैंड्री फिशरीज एंड डेयरी, अपैरल्स एंड गारमेंट्स, आटोमोबाइल्स ईवी ऑटो कम्पोनेंट्स, आयुर्वेदा, योगा, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा एंड होम्योपैथी, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग, टॉयज एंड स्पोर्ट्स गुड्स, एफएमसीजी, फूड एंड बेवरेजेस, ग्लासवेयर, हैंडीक्रॉफ्ट्स, हैंडलूम्स, लेदर गुड्स, आईटी, आईटीईएस, सॉफ्टवेयर, फार्मास्युटिकल्स एंड मेडिकल इक्विपमेंट, रिन्यूएबल एनर्जी व माइनिंग शामिल हाेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा