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हिसार, 23 अगस्त (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि पेड़ों की जितनी संख्या बढ़ाई जाए, उतनी ही कम है। वर्तमान दौर में बढ़ते तापमान और असामान्य वर्षा चक्र का मुख्य कारण ग्लोबल वार्मिंग है। इस संकट से निपटने के लिए पौधारोपण ही सबसे सशक्त उपाय है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई शनिवार काे विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सौजन्य से विश्वविद्यालय के बागवानी विभाग के सहयोग से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विश्वविद्यालय प्रांगण में विशाल पौधारोपण कार्यक्रम के तहत पौधा रोपित करने के उपरांत अपना संबोधन दे रहे थे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. विजय कुमार, निदेशक बागवानी प्रो. नीरज दिलबागी, एनएसएस समन्वयक डा. महावीर प्रसाद उपस्थित रहे।कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्वयंसेवकों की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया। कुलसचिव डा. विजय कुमार ने कहा कि पेड़ लगाना जितना आवश्यक है, उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है उनका संरक्षण एवं नियमित देखभाल। उन्होंने सभी से अपील की कि प्रत्येक लगाए गए पौधे की जिम्मेदारी भावी पीढ़ियों की धरोहर के रूप में निभाई जाए।एनएसएस कार्यक्रम समन्यक डा. महावीर प्रसाद ने जानकारी दी कि यह समय पौधारोपण के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है। इस अवसर पर विभिन्न प्रजातियों के 301 पौधे लगाए गए। इस अभियान में स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। इस अवसर पर प्रो. मुकेश शर्मा, प्रो. दलबीर सिंह, डा. सोमदत्त, डा. रमेश, डा. मनोज यादव, डा. ललित शर्मा, बागवानी विभाग के अधिकारी, गैर शिक्षक स्टाफ के पदाधिकारी सहित एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डा. विकास, डा. विनीता, डा. सुनीता रानी, डा. रामस्वरूप, डा. खुशबू सेठी, डा. समृद्धि, दलबीर व नरेश सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर