हिसार : बीड़ बबरान धाम में छठी व नंद महोत्सव में भजनों से किया भगवान की महिमा का गुणगान
हिसार, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रभु के प्रति आस्था के परिचायक बीड़ बबरान धाम में श्रीकृष्ण छठी व नंद महोत्सव धूमधाम से मनाए गए। इस अवसर पर संकीर्तन का आयोजन करके भगवान की महिमा का गुणगान किया गया। गायकों ने भजनों के माध्यम से ऐसा समां बा
बीड़ बबरान धाम में आयोजित श्रीकृष्ण छठी व नंद महोत्सव में हिस्सा लेते श्रद्धालुगण।


हिसार, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रभु के प्रति आस्था के परिचायक बीड़ बबरान धाम

में श्रीकृष्ण छठी व नंद महोत्सव धूमधाम से मनाए गए। इस अवसर पर संकीर्तन का आयोजन

करके भगवान की महिमा का गुणगान किया गया। गायकों ने भजनों के माध्यम से ऐसा समां बांधा

कि श्रद्धालु झूमने व नाचने लगे। इतना ही नहीं पूरा धाम जय श्रीश्याम के उदघोष से गुंजायमान

हो उठा।

बीड़ बबरान धाम के निज पुजारी विनय शर्मा ने शुक्रवार काे बताया कि 16 अगस्त को धूमधाम से

जन्माष्टमी मनाई गई और महाआरती व विशेष हजारा आरती का आयोजन किया गया। इस दौरान कई

आकर्षक झांकियां भी सजाई गई। उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी के उपरांत छठी महोत्सव का

विधान है। इसलिए पूरे विधि विधान से श्रीकृष्ण छठी और नंद महोत्सव मनाया गया। इस अवसर

पर बीड़ बबरान धाम में पूजा-पाठ करके भगवान की आराधना की गई। इस दौरान आयोजित किए गए

संकीर्तन में विभिन्न क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

श्रीकृष्ण छठी व नंद महोत्सव में हिस्सा लेने आए श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा

के दरबार में माथा टेककर मन्नत मांगी और वीर हनुमान के मंदिर, अखंड ज्योत, शिव परिवार,

धूणे, घोड़े के पांव के निशान वाली शिला, मढ़ी व महाभारतकालीन पीपल के वृक्ष के भी

दर्शन किए। यह पीपल का वृक्ष वीर बर्बरीक के शौर्य व पराक्रम का प्रतीक है। वीर बर्बरीक

ने श्रीकृष्ण के समक्ष परीक्षा देते हुए इस पीपल के हर पत्ते में एक ही बाण से छेद

कर दिया था। आज भी हर पत्ते में छेद सहज ही देखा जा सकता है।

23 अगस्त के ताली कीर्तन की तैयारियां पूरी

बीड़ बबरान धाम द्वारा 23 अगस्त से निशुल्क ताली कीर्तन की शुरुआत की जा रही

है। 23 अगस्त को हिसार के शांति नगर में रात्रि 8 बजे से रात्रि 12 बजे तक श्री श्याम

बाबा के श्रीचरणों में समर्पित भाव भरी भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस ताली कीर्तन

की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस दौरान भक्तों को बीड़ बबरान धाम की अखंड जोत के

दर्शन का भी अवसर मिलेगा। निज पुजारी विनय शर्मा ने बताया कि हर शनिवार को अलग-अलग

स्थानों पर ताली कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर महाराज मयूर शर्मा की कीर्तन

में विशेष सेवा रहेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर