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छात्रों ने लगाया लाठीचार्ज व चोटें मारने का
आरोप
केवल चार-पांच घंटे ली थी धरने की परमिशन, स्थाई
करना चाहते थे छात्र : पुलिस
हिसार, 22 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय
के चार नंबर गेट पर धरना दे रहे छात्रों व पुलिस के बीच कुलर लगाने के मसले पर रात
को विवाद हो गया। विवाद के पास पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों को वहां से खदेड़ दिया।
मौके से कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। पुलिस
का कहना है कि ये युवक यहां पर स्थाई रूप से टेंट लगाकर आवागमन बाधित कर रहे थे। जब
उन्हें ऐसा करने से रोका गया और एक तरफ परमिशन होने की बात कही गई तो उन्होंने पुलिस
कर्मचारियों से दुव्र्यवहार किया। दूसरी तरफ छात्रों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप
लगाया है और कहा है कि इसमें कई छात्रों को चोटें आई है और वे विभिन्न अस्पतालों में
उपचाराधीन है।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर चार के
सामने छात्र 20 अगस्त से धरने पर बैठे थे। इस दौरान जिला प्रशासन व एचएयू प्रशासन की
ओर से बातचीत करके मामला सुलझाने की बात कही गई लेकिन छात्र धरना देने पर अड़े रहे
और धरना जारी रखा। गुरुवार रात को धरनास्थल पर कुलर लगाने पर छात्रों व पुलिस के बीच
विवाद हो गया। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रों से धरनास्थल से
उठाना शुरू कर दिया। इसी विवाद में शुक्रवार को पूरा दिन धरनास्थल पर पुलिस तैनात रही।
छात्रों ने तिरंगा लेकर की नारेबाजी
छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें चोटें
मारी है। कई छात्रों को सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गुस्साए छात्र हाथों
तिरंगा में लेकर राजगढ़ रोड पर आ गए और कुछ देर के लिए जाम लगा दिया। बाद में साइड
में खड़े होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने बेवजह छात्रों
को चोटें मारी है।
रास्ता रूका, आवागमन हुआ प्रभावित
इस मामले में पुलिस का कहना है कि सिर्फ चार से
पांच घंटे के लिए धरना लगाने की इजाजत छात्रों ने ली थी। इसके बाद छात्र रात को टेंट
व कुलर लगाने लगे ताकि धरना परमानेंट दे सकें। इससे रास्ता रुक गया और छात्रों के अलावा
विश्वविद्यालय स्टाफ व आम नागरिकों को आने-जाने में परेशानी होने लगी।
कुलर लगाना चाह रहे थे छात्र
छात्रों ने कहा वे धरने पर बैठे थे। रात को मच्छर
होने की वजह से कुलर लगाना चाहते थे। पुलिस ने उनको कुलर नहीं लगाने दिया। इसी बात
पर विवाद हो गया और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने जबरदस्ती
उनके कुलर छीन लिए और लेकर चले गए। इस दौरान एक कुलर भी टूट गया। इसके बाद छात्रों
ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
इस वजह से की पुलिस ने कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि 20 अगस्त को कुछ छात्रों
ने विश्वविद्यालय के गेट नंबर-4 पर लगभग 4-5 घंटे के लिए धरना शुरू किया था। प्रशासन
से किए गए वादे के बावजूद उन्होंने धरना खत्म नहीं किया। पुलिस के अनुसार विश्वविद्यालय
के कई छात्रों ने उनको शिकायत दी थी कि विरोध प्रदर्शन करने वाले छात्र, हॉस्टल में
रह रहे विद्यार्थियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर विरोध में शामिल होने के लिए नाजायज
दबाव बना रहे हैं। इतना ही नहीं, जिन छात्रों ने प्रदर्शन में शामिल होने से मना किया,
उन्हें सोशल मीडिया पर भी निशाना बनाया जा रहा है। समय समय पर अलग अलग छात्रों के समूह
ने आकर शिकायत दी कि गेट नंबर-4 बंद किए जाने से विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम नागरिकों
को भी असुविधा हो रही है। पुलिस के अनुसार कुछ धरना दे रहे छात्रों ने बिना अनुमति
के कुलर, टेंट वगैरह लगाना शुरू कर दिया जिससे ये प्रतीत होने लगा कि विश्वविद्यालय
के गेट नंबर 4 को फिर से स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा। इससे गेट पर छात्रों, शिक्षकों
और अन्य लोगों के आना-जाने में बाधा उत्पन्न होने लगी थी।पुलिस के अनुसार हालात को
देखते हुए बीती रात पुलिस ने बिना किसी बल प्रयोग के गेट नंबर-4 पर धरना दे रहे छात्रों,
कुलर और टेंट आदि को वहां से हटाकर आने जाने का रास्ता सुचारू करवाया। कुछ बाहरी लोगों
को हिरासत मे लिया गया है जो छात्रों को भड़का रहे थे और अपनी राजनीति चमकाने के लिए
अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय का माहौल खराब कर रहे थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर