हिसार : सफलता के लिए समय की कीमत को समझना जरूरी : मेजर डा. मोहम्मद अली शाह
हिसार, 22 अगस्त (हि.स.)। इंटरनेशनल मोटिवेशनल स्पीकर मेजर डा. मोहम्मद अली शाह ने कहा है कि जीवन में समय की कीमत को समझिए। एक क्षण की असावधानी आपके जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकती है और वहीं एक क्षण की सजगता आपके जीवन के लिए सफलताओं
कार्यक्रम का उद्घाटन करते मुख्यातिथि मेजर डा. मोहम्मद  अली शाह व कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई।


मुख्यातिथि मेजर डा. मोहम्मद अली शाह को सम्मानित करते कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई।


हिसार, 22 अगस्त (हि.स.)। इंटरनेशनल मोटिवेशनल स्पीकर मेजर डा. मोहम्मद अली

शाह ने कहा है कि जीवन में समय की कीमत को समझिए। एक क्षण की असावधानी आपके जीवन के

लिए खतरनाक साबित हो सकती है और वहीं एक क्षण की सजगता आपके जीवन के लिए सफलताओं के

द्वार खोल सकती है। ताकत शरीर की बजाय दिमाग में होती है, जो दिमाग सोचता है, वही हम

पा लेते हैं।

मेजर डा. मोहम्मद अली शाह शुक्रवार काे गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

में नव आगंतुक विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंट इंडक्शन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के

तौर पर संबोधित कर रहे थे। चौधरी रणबीर सिंह सभागार में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की। इस्कॉन यूथ फोरम बहादुरगढ़ के

निदेशक नाम कीर्ति दास कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मेजर डा.

मोहम्मद अली शाह ने अपने जीवन के अनुभवों को सांझा करते हुए बताया कि सेना में सेवा

के दौरान उन्होंने किस प्रकार समय के महत्व को समझा था। उन्होंने अपने खुद का उदाहरण

देते हुए बताया कि जीवन में कई बार मनचाही सफलता नहीं मिलती। किसी एक विशेष कार्य को

करते हुए बार-बार असफलताओं का सामना भी करना पड़ सकता है, लेकिन असफलताओं की चुनौतियों

को स्वीकार करना सीखें। डरें नहीं, आगे बढ़ते जाएं। वक्त ऐसा भी आएगा, सफलता आपके सामने

खड़ी होगी। उन्होंने गुजविप्रौवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई का उदाहरण देते हुए

बताया कि सच्चा नेतृत्वकर्ता सफलताओं का श्रेय खुद की बजाय अपनी टीम को देता है।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने संबोधन में नव आगंतुक विद्यार्थियों

से कहा कि चुनौतियां तो जीवन में आएंगी, लेकिन अपने अंदर की प्रतिभा को जगाए रखें।

अपने कौशल के अनुसार उद्देश्यों का निर्धारण कर आगे बढ़ें। अपनी एक अलग सोच विकसित करें तथा अपना रास्ता खुद

बनाएं। सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी।

विशिष्ट अतिथि नाम कीर्ति दास ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से कहा कि

श्रेष्ठ व्यक्ति जो कार्य करते हैं, पूरा संसार उनको फॉलो करता है। हिंसा, नशा, तनाव,

भ्रष्टाचार, अपराध, नैतिक मूल्यों की कमी जैसी अनेकों समस्याएं समाज में व्याप्त हैं।

मन के नियंत्रण से इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जैसे मन

का पैटर्न होता है, व्यक्ति वैसा ही व्यवहार करता है।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो. अंजन कुमार बराल ने स्वागत संबोधन किया तथा सह-संयोजक

डा. संजीव माथुर ने धन्यवाद किया। इंडक्शन कार्यक्रम में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल

के सहायक निदेशक डा. आदित्यवीर सिंह, सीडीओई के निदेशक प्रो. खुजान सिंह, पुस्तकालयाध्यक्ष

डा. विनोद कुमार, खेल निदेशक डा. एसबी लूथरा, परीक्षा नियंत्रक प्रो. यशपाल सिंगला,

डीन स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. एमके शर्मा, चीफ वार्डन ब्वाएज प्रो. ओमप्रकाश सांगवान,

डिप्टी चीफ वार्डन गर्ल्स डा. विनीता माथुर व प्रोक्टर प्रो. अनिल भानखड़ ने नव आगंतुक

विद्यार्थियों को अपने-अपने विभागों से संबंधित जानकारियां दीं। इस अवसर पर प्रो. विमल

झा उपस्थित रहे। संचालन डा. साक्षी जैन ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर