अरुणाचल प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सेना की दाओ डिवीजन और भारती एयरटेल में समझौता
इटानगर, 22 अगस्त (हि.स.)। सीमांत क्षेत्रों में नागरिक-सैन्य सहयोग और राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल करते हुए भारतीय सेना की दाओ डिवीजन ने भारती एयरटेल प्रा लि के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत दिबांग और डाऊ दे
Image related to the Dao Division & Bharti Airtel sign MoU to boost connectivity in forward areas of Arunachal Pradesh.


इटानगर, 22 अगस्त (हि.स.)। सीमांत क्षेत्रों में नागरिक-सैन्य सहयोग और राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल करते हुए भारतीय सेना की दाओ डिवीजन ने भारती एयरटेल प्रा लि के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत दिबांग और डाऊ देलाई घाटियों में मोबाइल संचार ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा।

यह समझौता ऐसे क्षेत्रों में डिजिटल खाई को पाटने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है, जो सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के बावजूद भौगोलिक रूप से अत्यंत दुर्गम हैं। इस पहल से न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि तैनात जवानों को भी भरोसेमंद नेटवर्क सुविधा उपलब्ध होगी।

दिबांग और दाऊ देलाई घाटियों में लंबे समय से दुर्गम भूभाग और दूरी के कारण संचार सुविधा बाधित रही है। सेना और एयरटेल के इस संयुक्त प्रयास से न केवल बुनियादी ढांचे की चुनौतियों को पार किया जाएगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को आधुनिक सुविधाओं तक पहुंच भी मिलेगी।

भारती एयरटेल के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी देश के सबसे दूरस्थ इलाकों तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, जो डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

यह साझेदारी न केवल सीमाओं की रक्षा में जुटे सैनिकों की सुरक्षा और संचार को मजबूत करेगी बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, ई-गवर्नेंस और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में भी स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाएगी।

यह समझौता सशस्त्र बलों और कॉर्पोरेट भारत के बीच सहयोग का एक सशक्त उदाहरण है, जो समावेशी विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों को नई मजबूती प्रदान करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश