हिमाचल में कांग्रेस के वोट चोर कुर्सी छोड़ अभियान में हंगामा, सुक्खू-विक्रमादित्य समर्थकों में नारेबाजी
शिमला, 22 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय शिमला में आशुक्रवार को राहुल गांधी के वोट चोर कुर्सी छोड़ अभियान की राज्यस्तरीय शुरुआत हुई। लेकिन यह रैली अभियान से ज्यादा गुटबाजी और हंगामे के लिए चर्चा में रही। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्
कांग्रेस रैली : नारेबाजी


शिमला, 22 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय शिमला में आशुक्रवार को राहुल गांधी के वोट चोर कुर्सी छोड़ अभियान की राज्यस्तरीय शुरुआत हुई। लेकिन यह रैली अभियान से ज्यादा गुटबाजी और हंगामे के लिए चर्चा में रही। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह गुट के समर्थक आमने-सामने आ गए और अपने-अपने नेताओं के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।

विक्रमादित्य सिंह मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह व दिवंगत पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं। वर्तमान में सुक्खू सरकार में वे लोकनिर्माण मंत्री हैं।

रैली के दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सांसद रजनी पाटिल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, सभी मंत्री, विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। लेकिन इन नेताओं की मौजूदगी में भी कार्यकर्ताओं ने बार-बार नारेबाजी की और सह प्रभारियों की अपील को भी नजरअंदाज कर दिया।

कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के सामने ही मुख्यमंत्री सुक्खू समर्थक और प्रतिभा सिंह व विक्रमादित्य सिंह समर्थक कार्यकर्ता नारेबाजी पर उतारू हो गए। इस वजह से माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण बन गया। रैली बंद कमरे में आयोजित की गई थी लेकिन शोर-शराबे ने इसे पूरी तरह अव्यवस्थित कर दिया।

दरअसल, प्रदेश कांग्रेस का संगठन पिछले नौ महीने से भंग है और कार्यकर्ताओं में इसको लेकर नाराजगी है। यही गुस्सा आज की रैली में भी दिखाई दिया। कार्यकर्ताओं का असंतोष इस कदर हावी रहा कि राहुल गांधी के अभियान की चमक फीकी पड़ गई।

हिमाचल कांग्रेस में गुटबाजी नई नहीं है। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के होली लॉज परिवार और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच की खटास लंबे समय से चली आ रही है। माना जा रहा था कि यह मतभेद वीरभद्र सिंह के समय तक ही सीमित थे। लेकिन आज की नारेबाजी ने साफ कर दिया कि कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई अब भी जारी है। अब यह खींचतान कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर और भी गहरी हो गई है। प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर खींचतान चल रही है। मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का कार्यकाल बीते मई माह में पूरा हो चुका है।

इससे पहले आज सुबह शिमला के होटल पीटरहॉफ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुक्खू ने की और इसमें कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल भी शामिल रहीं। ये बैठक राजीव भवन में होने वाली वोट चोर कुर्सी छोड़ रैली के आयोजन को लेकर बुलाई गई थी।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि हिमाचल में जल्द ही कांग्रेस संगठन का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी उनसे पूछते हैं कि कार्यकारिणी का गठन कब होगा। लेकिन भाजपा से यह सवाल क्यों नहीं पूछा जाता कि अब तक भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को क्यों नहीं बदला गया।

वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान को पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। इसे ब्लॉक स्तर तक ले जाया जाएगा और वहां हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया जाएगा। इसकी रूपरेखा जल्द ही तय की जाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा