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कोरबा/जांजगीर-चांपा, 22 अगस्त (हि.स.)। छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस काउंसलिंग 2025 पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। अभ्यर्थियों के परिजनों ने काउंसलिंग प्रक्रिया में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
जांजगीर-चांपा विधायक व्यास कश्यप ने शुक्रवार को बताया कि एनटीए ने 22,261 अर्ह अभ्यर्थियों की सूची डीएमई रायपुर को सौंपी थी। लेकिन 12 अगस्त 2025 को जारी मेरिट लिस्ट में ऐसे कई नाम शामिल कर दिए गए हैं जो एनटीए की सूची में थे ही नहीं। हैरानी की बात तो यह है कि इन्हें मेडिकल कॉलेजों में सीट भी आबंटित कर दी गई है।
इस गड़बड़ी के चलते राज्य के सैकड़ों योग्य अभ्यर्थी चयन से वंचित हो रहे हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच हो, मौजूदा काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया को तत्काल स्थगित किया जाए और पात्र अभ्यर्थियों के लिए पुनः सही सूची जारी की जाए।
जांजगीर-चांपा विधायक व्यास कश्यप ने गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, वर्तमान काउंसलिंग सूची व प्रवेश प्रक्रिया को तत्काल स्थगित किया जाए और सही तरीके से नई सूची जारी कर पात्र छात्रों को न्याय दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/हरीश तिवारी
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हिन्दुस्थान समाचार / हरीश तिवारी