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भागलपुर, 22 अगस्त (हि.स.)। जिले में बाढ़ से सबौर प्रखंड क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित बताया जा रहा है, जहां दर्जनों घर गंगा की धारा में विलीन हो चुके हैं। लोग खुले आसमान के नीचे आश्रय खोजने को मजबूर हैं। सरकार की ओर से बाढ़ पीड़ितों को राहत स्वरूप अनुदान राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की गई थी। यह पैसा सीधे लाभुकों के बैंक खाते में भेजा जाना था, लेकिन सबौर प्रखंड के कई ग्रामीणों के खातों में अब तक राशि नहीं पहुंची। इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण सबौर ब्लॉक पहुंच गए और जमकर हंगामा किया।
ग्रामीणों ने ब्लॉक कार्यालय का घेराव करते हुए प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि जब तक सभी पीड़ित परिवारों को बाढ़ राहत की राशि नहीं मिलती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उनका आरोप है कि कई परिवार बाढ़ की मार झेल रहे हैं, घर-बार उजड़ गए, खाने-पीने तक का संकट खड़ा हो गया, लेकिन सरकार द्वारा घोषित राशि अभी तक उनके खाते में नहीं आई है। हंगामे की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया।
ब्लॉक के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। साथ ही आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जा रही है और जिन लोगों के खातों में राशि नहीं पहुंची है, उन्हें जल्द ही भुगतान किया जाएगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र राहत राशि नहीं दी गई तो वे और भी उग्र आंदोलन करेंगे। फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और तकनीकी कारणों का पता लगाया जा रहा है, यह साफ है कि एक तरफ जहां बाढ़ से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं राहत राशि में हुई देरी ने पीड़ितों की परेशानियां और बढ़ा दी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर