Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
सोलन, 22 अगस्त (हि.स.)। सोलन शहर और आसपास के क्षेत्रों में पिछले एक माह से चल रहे भीषण जल संकट को लेकर जनता में भारी रोष है। इस गंभीर समस्या को लेकर शुक्रवार को भाजपा समर्थित पार्षदों ने शहरी मंडल अध्यक्ष की अगुवाई में मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो भाजपा सोलन शहरी इकाई सड़कों पर आंदोलन के लिए विवश होगी।
भाजपा प्रतिनिधियों ने ज्ञापन में बताया कि सोलन शहर में जलापूर्ति के लिए मुख्य रूप से दो पेयजल योजनाएं अश्विनी और गिरी संचालित हैं। इनमें भंडारण का कार्य जल शक्ति विभाग तथा वितरण नगर निगम सोलन द्वारा किया जाता है। लेकिन बीते एक माह से नगर निगम को अपेक्षित मात्रा से बेहद कम जल मिल रहा है। कई बार तो एक बूंद पानी भी उपलब्ध नहीं हुआ, जिससे शहर ही नहीं बल्कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी भारी जल संकट उत्पन्न हो गया है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि अगस्त 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 104 करोड़ रुपये की लागत से कुमारहट्टी-धर्मपुर-कसौली पेयजल योजना का शिलान्यास किया था, जिसमें 43 छोटी पेयजल योजनाओं के विस्तार का भी प्रस्ताव था। भाजपा शासनकाल में इसका लगभग 80% कार्य पूर्ण हो चुका था, लेकिन कांग्रेस सरकार के तीन वर्षों में यह योजना अधूरी ही पड़ी है।
कसौली के कांग्रेस विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने भी हाल ही में इस मुद्दे को जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में उठाया था और पेयजल योजना को शीघ्र पूरा करने की मांग की थी। उन्होंने अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए थे।
भाजपा ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि हाल ही में सरकार द्वारा जल भंडारण के साथ-साथ जल वितरण का कार्य भी जल शक्ति विभाग को सौंपा गया है, लेकिन मौजूदा हालात यह दिखाते हैं कि विभाग अपने वर्तमान दायित्वों को ही सही ढंग से नहीं निभा पा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / संदीप शर्मा