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कोलकाता, 22 अगस्त (हि.स.)
लगातार हो रही बारिश के बीच कोलकाता नगर निगम ने शुक्रवार को शहर में डेंगू और मलेरिया के बढ़ते खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया है । नगर निगम ने दुर्गा पूजा आयोजकों को भी साफ हिदायत दी है कि पंडालों में पानी जमा न होने दें और मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम के लिए विशेष सावधानी बरतें।
केएमसी के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक 290 डेंगू के मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि तक 255 मामले सामने आए थे। पिछले दो हफ्तों में ही दो डेंगू मरीजों की मौत हो चुकी है।
इस साल कोलकाता में अब तक 1316.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 2024 के पूरे साल की बारिश (1164.2 मिमी) से भी ज्यादा है। वहीं 2023 में इसी अवधि में 666.3 मिमी बारिश हुई थी। यह अतिरिक्त पानी शहर में मच्छरों के पनपने के लिए आदर्श स्थिति बना रहा है।
डिप्टी मेयर अतिन घोष ने बताया कि 45 लाख की आबादी वाले कोलकाता में करीब 18 लाख लोग झुग्गी बस्तियों में रहते हैं, जहां पानी केवल बाल्टियों और बर्तनों में जमा किया जा सकता है। ऐसे हालात मच्छरों के प्रजनन को और बढ़ावा देते हैं।
इसके अलावा केएमसी नगर निगम ने वार्ड 66, 67, 69, 70, 77, 93 और 108 को हॉटस्पॉट जोन घोषित किया है। दुर्गा पूजा से पहले आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने पंडालों की नियमित सफाई करें और तस्वीरें भेजकर प्रमाणित करें कि कहीं पानी जमा नहीं हो रहा है। इसके लिए 21 सितंबर (महालया) से पहले विशेष बैठकें बुलाई जाएंगी ।
दरअसल डेंगू के मामले बढ़े हैं, मगर मलेरिया संक्रमण में गिरावट दर्ज की गई है। इस साल अब तक 1156 मामले सामने आए हैं, जबकि 2024 में 1358 और 2023 में 2888 मामले दर्ज हुए थे।
केएमसी ने दावा किया कि कोलकाता का वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण तंत्र पूरे भारत में सबसे मजबूत है। लेकिन निगम ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे अपने आस-पास सफाई रखें और मच्छरों के पनपने से बचाव के लिए सतर्क रहें।
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय