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मुरादाबाद, 18 अगस्त (हि.स.)। मुरादाबाद महानगर में ओम भवन, गांधीनगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सोमवार को अखण्ड भारत संकल्प दिवस का आयोजन किया। मुख्य वक्ता विभाग संघचालक सुरेंद्रपाल सिंह ने ऐतिहासिक प्रसंगों का उल्लेख करते हुए बताया कि किस प्रकार रावी नदी के तट पर अखण्ड स्वराज का संकल्प लिया गया था। उन्होंने विभाजन के समय की पीड़ा का स्मरण कराते हुए कहा कि पाकिस्तान से आने वाली रेलगाड़ियों में हिंदुओं का जनसंहार, बलात्कार और प्रताड़ना कर उन्हें भारत भेजा गया, किंतु भारत न कभी झुका है और न कभी झुकेगा।
विभाग संघचालक सुरेंद्रपाल सिंह ने आगे कहा कि हिंदू समाज ने सदैव कठिन परिस्थितियों में भी मजबूती से खड़े रहकर अपनी पहचान बनाए रखी है। आज विश्वभर में भारत माता की जय का उद्घोष हो रहा है और हिंदू संस्कृति का डंका बज रहा है, जबकि पाकिस्तान अपने ही कर्मों से पतन के कगार पर है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को हमें स्वतंत्रता मिली और वर्षों की परतंत्रता की रात समाप्त हो गयी। किन्तु स्वातंत्र्य के आनंद के साथ-साथ मातृभूमि के विभाजन का गहरा घाव भी सहन करना पड़ा। 1947 का विभाजन पहला विभाजन नहीं था, भारत की सीमाओं का संकुचन उसके काफी पहले शुरू हो चुका था। सातवीं से नवीं शताब्दी तक लगभग ढाई सौ साल तक अकेले संघर्ष करके हिन्दू अफगानिस्तान इस्लाम के पेट में समा गया, हिमालय की गोद में बसे नेपाल, भूटान आदि जनपद अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण मुस्लिम परस्ती से बच गये।
इस अवसर पर विभाग प्रचार प्रमुख डॉ. पवन कुमार जैन, प्रौढ़ कार्य प्रमुख ओम प्रकाश शास्त्री, विभाग शारीरिक प्रमुख सुभाष चंद्र शर्मा, विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ राजकमल गुप्ता, महानगर अध्यक्ष अमित कुमार गुप्ता, मंत्री अनिल कठेरिया, भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख अरुण गौड़, जिला अध्यक्ष चंद्रभान सिंह, डॉ. गोविंद नौनियाल, आशाराम पालीवाल सहित अनेक प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल