यमुना का बढ़ा जलस्तर पहुंचा विश्राम घाट, सीएम ने दिए अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
जिला प्रशासन सतर्क, पुलिसकर्मी तैनात, यमुना पूजन करने वालों को परेशानियों का करना पड़ रहा सामनमथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, विश्राम घाट आरती स्थल तक पहुंचा पानी मथुरा, 18 अगस्त(हि.स.)। उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश के चलते यमुना नदी तूफा
विश्राम घाट पर पहुंचा यमुना का जल


जिला प्रशासन सतर्क, पुलिसकर्मी तैनात, यमुना पूजन करने वालों को परेशानियों का करना पड़ रहा सामनमथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, विश्राम घाट आरती स्थल तक पहुंचा पानी

मथुरा, 18 अगस्त(हि.स.)। उत्तर भारत में हो रही लगातार बारिश के चलते यमुना नदी तूफान पर है। जनपद में खतरे के निशान से करीब 3 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। शहर के विश्राम घाट आरती स्थल तक यमुना का पानी पहुंच चुका है। सभी सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं। जिला प्रशासन ने देहात और निचले इलाकों में चेतावनी जारी की है। पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश और हथिनी कुंड बैराज कैनाल नहर से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना तूफान पर हैं। जिला प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है अपना जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे, क्योंकि बुधवार तक यमुना में पानी और बढ़ जाएगा। नौहझील और शेरगढ़ मार्ग पर यमुना का पानी आने लगा है।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के बाद यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है। सोमवार को यमुना महारानी का जल विश्राम घाट पर पहुंच गया है। जिससे आज यमुना पूजन करने वालों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा तो बहुत से अद्धालु यमुना के समीप से दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस करते देखे गए। गौरतलब है कि दिल्ली से पानी की आवक को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। यमुना के घाट किनारे पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है जो माइक के जरिए लोगों से सावधानी बरतने की बारबार अपील करते हुए देखा गया। हांलाकि गोकुल बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। फिर भी यमुना किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

मथुरा में बाढ़ राहत को लेकर सीएम योगी ने दिए निर्देश

मथुरा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि राहत और बचाव के लिए बेहतर कोऑर्डिनेशन और क्विक एक्शन जरूरी है, निर्देश दिया है कि कंट्रोल रूम 24 घंटे प्रति दिन काम करें। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पीड़ित हर नागरिक को संभव मदद दी जाए। बाढ़ के बीच बीमारियों का खतरा है, इसके लिए स्वास्थ्य टीम गठित की जाए। साथ ही पशुओं का भी ध्यान रखा जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार