कटरी के गांवों में घुसा पानी, खतरे के निशान से 24 सेमी दूर गंगा
कानपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बांधों से छोड़े गये पानी के साथ हो रही बारिश से कानपुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा बैराज और शुक्लागंज में लगातार दूसरे दिन भी चेतावनी बिन्दु के गंगा का जलस्तर पार रहा। हालांकि गंग
जलभराव के चलते ग्रामीणों को हो रही समस्याएं


कानपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के बांधों से छोड़े गये पानी के साथ हो रही बारिश से कानपुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा बैराज और शुक्लागंज में लगातार दूसरे दिन भी चेतावनी बिन्दु के गंगा का जलस्तर पार रहा। हालांकि गंगा बैराज पर खतरे के निशान से 24 व शुक्लागंज में 87 सेमी दूर है। ऐसे में जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की बराबर मॉनिटरिंग हो रही है। दर्जनों गांवों में पानी प्रवेश हाेने से लोग अपनी गृहस्थी को लेकर बाढ़ से दूर जाने को मजबूर हैं।

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से लगाया जा सकता है। जहां जनपद में नदी उफान पर है। तो वहीं गंगा बैराज में खतरे के निशान से 24 सेमी और शुक्लागंज में 87 सेमी दूर है। ऐसे में कटरी किनारे गांवों भगवानदीन पुरवा, चैनपुरवा, मजरा कटरी और लक्ष्मी खेड़ा में पानी पहुंच गया है। बनिया पुरवा व भरत पुरवा बाढ़ की जद में हैं। सुरक्षा के लहजे से कई गांवों में बिजली काट दी गई है। गांवों की सड़कों पर कई फुट पानी पहुंच गया है। ऐसे में प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है।

बाढ़ नियंत्रण कार्यालय (एलजीसी) के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को कानपुर बैराज पर अपस्ट्रीम गेज 114.750 मीटर तथा डाउनस्ट्रीम गेज 114.380 मीटर दर्ज किया गया। यहां से 4,21,854 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कानपुर बैराज का चेतावनी स्तर 114 मीटर और खतरे का स्तर 115 मीटर निर्धारित है। यानी अब गैराज से सटे गांवों में बाढ़ का खतरा 24 सेमी की दूरी पर है। बाढ़ नियंत्रण कार्यालय द्वारा नदी के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और संबंधित विभागों को सतर्क कर दिया गया है।

वहीं गंगा बैराज में गेज मीटर मापने वाले कर्मचारी उत्तम पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि बारिश और बांधों से पानी आने के चलते रोजाना गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। हरिद्वार से 1,50,106 क्यूसेक और नरौरा से 128716 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप