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इटानगर, 18 अगस्त (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की स्वर्ण
जयंती समारोह के उपलक्ष्य में अरुणाचल प्रदेश की आठवीं विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री पेमा खांड ने विशेष सत्र में भाग लेते हुए कहा कि 50 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा, बहसों और
निर्णयों ने उस अरुणाचल को आकार दिया है जिस पर हमें आज गर्व है।
अरुणाचल प्रदेश प्रचुर प्राकृतिक और मानव संसाधनों से संपन्न है और सही
नीतियों के साथ, हम अद्भुत काम कर सकते हैं। हमारे राज्य का भविष्य इस बात
पर निर्भर करेगा कि हम इन शक्तियों का किस प्रकार मार्गदर्शन करते हैं।
जब हमने अरुणाचल की महान नदियों जैसे तिराप, लोहित, सियांग, सुबनसिरी और कामेंग से पानी और पत्थर यूनिटी एक्वेरियम
में रखे, तो मुझे याद आया कि भले ही हमारी नदियां अलग-अलग घाटियों से
निकलती हों, लेकिन वे सभी मिलकर एक अरुणाचल का निर्माण करती हैं।
उन्होंने कहा कि हमने अरुणाचल प्रदेश विधान सभा की स्वर्ण जयंती मनाई, विधानसभा में मैं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनाइक,अध्यक्ष तेसाम पोंगटे, सरकार में मेरे सहयोगियों और हमारे राज्य के लोगों के साथ न
केवल एक संस्था, बल्कि लोकतंत्र और एकता की यात्रा का जश्न मनाने के लिए
खड़े थे।
सत्र को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के एक वीडियो संदेश और उसके बाद अरुणाचल
प्रदेश के राज्यपाल ने संबोधित किया। वहीं राज्य के विभिन्न दलों के सदस्यों ने भी संबोधित किया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 50 वर्षों के लचीलेपन, प्रतिनिधित्व और
प्रगति के प्रतीक स्वर्ण जयंती स्मारक स्तंभ का भी अनावरण किया। सभी सदस्यों
को फोटो प्रदर्शनी देखने का अवसर दिया गया, जिससे उन्हें
राज्य के लिए बलिदान देने वाले नेताओं और नागरिकों की याद आई।
विशेष सत्र के दौरान, राज्य के पूर्व या प्रथम मुख्यमंत्री पीके थोंगन, गेगोंग अप्पांग जैसे पूर्व विधायक सदस्यों और कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी