राधा कृष्ण की भक्ति, समर्पण और प्रेम की पराकाष्ठा : सौरभ कृष्ण शास्त्री
--श्री राधाकृष्ण की रूपसज्जा भारतीय संस्कृति और कला का एक अभिन्न अंग : बांके बिहारी पाण्डेय--रानी रेवती देवी विद्यालय में हुई श्री राधाकृष्ण रूपसज्जा प्रतियोगिता प्रयागराज, 18 अगस्त (हि.स.)। विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्व
सौरभ कृष्ण शास्त्री आरती उतारते


--श्री राधाकृष्ण की रूपसज्जा भारतीय संस्कृति और कला का एक अभिन्न अंग : बांके बिहारी पाण्डेय--रानी रेवती देवी विद्यालय में हुई श्री राधाकृष्ण रूपसज्जा प्रतियोगिता प्रयागराज, 18 अगस्त (हि.स.)। विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर में श्री राधाकृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन भजन-कीर्तन और आकर्षक नृत्यों तथा आध्यात्मिक प्रवचन के साथ सम्पन्न हुअ। रूपसज्जा प्रतियोगिता में लगभग 82 भैया-बहनों ने श्री राधा एवं कृष्णजी की आकर्षक वेशभूषा से सुसज्जित होकर मंच पर अभिनय और नृत्य के माध्यम से सबको भाव विभोर कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सच्चा बाबा आश्रम के संत पंडित सौरभ कृष्ण शास्त्री ने श्री राधाकृष्ण की आकर्षक वेशभूषा में सजे नन्हे मुन्ने भैया-बहनों की आरती उतार कर तथा स्वस्तिवाचन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके बाद उन्होंने भगवान श्री कृष्ण के बाल लीलाओं का वर्णन किया और उनकी कथाओं से बच्चों को आनंदित करने के साथ-साथ संस्कार देने का भी कार्य किया। उन्होंने कहा कि राधा कृष्ण की भक्ति, समर्पण और प्रेम की पराकाष्ठा है। उनकी रूप सज्जा में, भक्त राधा के रूप में कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं। कृष्ण की सुंदरता और राधा का आकर्षण, उनकी रूप सज्जा में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। यह सौंदर्य, प्रेम और भक्ति के अनुभव को और गहरा बनाता है।

प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय ने इसका सांस्कृतिक महत्व बताते हुए कहा कि श्री राधाकृष्ण की रूप सज्जा, भारतीय संस्कृति और कला का एक अभिन्न अंग है। यह कला, संगीत और साहित्य में व्यापक रूप से प्रदर्शित होती है। राधा कृष्ण की रूप सज्जा, भक्तों को प्रेम, भक्ति और सौंदर्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।

इस अवसर पर संगीताचार्य मनोज गुप्ता के निर्देशन में बच्चों ने भगवान श्रीकृष्ण के प्रसंग पर आधारित भावपूर्ण नृत्य कत्थक शैली में तथा श्री कृष्ण और राधा की वेशभूषा में सजे नन्हे मुन्ने भैया बहनों ने भी कई आकर्षक नृत्य प्रस्तुत करके सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर शांतनु पाण्डेय ने बहुत सुंदर साथ दिया।

श्री राधाकृष्ण रूपसज्जा प्रतियोगिता के परिणाम में भव्या एवं वैभव प्रथम, अक्षिता एवं वेदांश द्वितीय तथा शाश्वत एवं अनन्या तृतीय रहे। इस अवसर पर श्री संस्कार वाटिका न्यास के अध्यक्ष अभिनव शर्मा एवं सच्चा बाबा आश्रम के बटुक पंडित आदेश शुक्ल, निधि राय, तूलिका घोष, रुचि चंद्रा, कविता पाण्डेय, किरन सिंह, छाया पाण्डेय, सत्येंद्र चौबे तथा अमित नायक सहित समस्त अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन पूजा मिश्रा ने तथा संचालन मनोज गुप्ता ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र