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भागलपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। जिले के पीरपैंती प्रखंड के विभिन्न इलाकों में डायरिया रोग ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। बाढ़ का पानी उतरते ही इस बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। अब तक पांच बच्चे डायरिया से ग्रसित हो चुके हैं, जिसमें दो मासूमों की मौत हो चुकी है। दर्जनों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। बताया जा रहा है कि राजगांव पंचायत के गौरीपुर गांव में डायरिया से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हैं। यहां 20 से 25 लोग बीमार बताए जा रहे हैं। इसी गांव में डायरिया से दो मासूम बच्चियों की मौत हो गई।
मृतकों में गणेश तुरी की पुत्री भारती कुमारी एवं मुन्ना तुरी की पुत्री निशा कुमारी शामिल है। वहीं मुन्ना तुरी का बेटा कपिल तुरी गंभीर रूप से बीमार हो गया है, जिसे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उदर मेडिकल टीम ने गांव पहुंचकर बीमार लोगों की पहचान की और उपचार शुरू किया। इसी बीच, कमालपुर गांव में भी डायरिया ने बच्चों को अपनी चपेट में लिया है। यहां पिंटू मंडल का बेटा आशीष कुमार और रामविलास मंडल की पुत्री निक्की कुमारी बीमार होकर रेफरल अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। दोनों बच्चों का इलाज आपातकालीन सेवा में चल रहा है। रेफरल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. नीरज कुमार लगातार बच्चों का इलाज कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि फिलहाल तीन बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत पहले से बेहतर है। उन्होंने कहा कि डायरिया का मुख्य कारण गंदा पानी पीना और अस्वच्छ भोजन करना है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि गांव में दवाइयों का छिड़काव, स्वच्छ पेयजल और मेडिकल कैम्प की व्यवस्था तत्काल की जाए, ताकि बीमारी और न फैले।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर