भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकती: गोयल
गोयल ने कहा-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 100 दिवसीय एजेंडे पर काम जारी नई दिल्‍ली, 18 अगस्‍त (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि सरकार भारत को तेजी से विकसित राष्ट्र बनाने के लिए परिवर्तन के अगले 100 दिनों
वैश्विक आर्थिक सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित करते पीयूष गोयल


गोयल ने कहा-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 100 दिवसीय एजेंडे पर काम जारी

नई दिल्‍ली, 18 अगस्‍त (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि सरकार भारत को तेजी से विकसित राष्ट्र बनाने के लिए परिवर्तन के अगले 100 दिनों के एजेंडे पर काम कर रही है। भारत दुनिया के सबसे लोकप्रिय उपभोक्ता बाजार और शीर्ष निवेश स्थल के रूप में उभर रहा है। उन्‍होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने से नहीं रोक सकती।

केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लंदन आयोजित एक वैश्विक आर्थिक सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय देश की आर्थिक वृद्धि को और तेज करने के लिए बदलाव के अगले 100 दिवसीय एजेंडा पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कारोबार सुगमता और जीवन सुगमता को बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है।

अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले 100 दिनों में सरकार 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए आह्वान का पालन करेगी, जिसमें भारत को तीव्र गति से आगे ले जाने की बात कही गई है। उन्‍होंने कहा कि इसमें 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के दृष्टिकोण को लागू करने, घोषित किए गए 'पंच प्रणों' का पालन करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया है कि प्रत्येक नागरिक 2047 तक भारत को एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाने का दायित्व अपने ऊपर ले।

उन्होंने आगे कहा कि इस प्रयास से 140 करोड़ भारतीय एक टीम एक परिवार के रूप में एकजुट होकर औपनिवेशिक मानसिकता को मिटाएंगे, भारत के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और परंपरा का सम्मान करेंगे। इसके साथ ही राष्ट्र की एकता और अखंडता पर ध्यान केंद्रित करेंगे। गोयल ने कहा, आज सुबह एक बैठक में हमने सामूहिक रूप से संकल्प लिया है कि भारत को तेज गति से आगे ले जाने और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण को लागू करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर