औद्योगिक मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता को ‘उद्यमी मित्रों’ के कार्यों की प्रगति बताई
उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख निवेश गंतव्य बनाने के लिए उद्यमी मित्रों की संख्या बढ़ाने पर होगा विचार लखनऊ, 18 अगस्त (हि.स.)। इन्वेस्ट यूपी से राज्य में औद्योगिक विकास को सुदृढ़ करने और निवेश आकर्षित करने के लिए, ''उद्यमी मित्रों'' व इन्वेस्ट यूपी द
औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी इन्वेस्ट यूपी को लेकर बैठक करते हुए।


उत्तर प्रदेश को एक प्रमुख निवेश गंतव्य बनाने के लिए उद्यमी मित्रों की संख्या बढ़ाने पर होगा विचार

लखनऊ, 18 अगस्त (हि.स.)। इन्वेस्ट यूपी से राज्य में औद्योगिक विकास को सुदृढ़ करने और निवेश आकर्षित करने के लिए, 'उद्यमी मित्रों' व इन्वेस्ट यूपी द्वारा किए गए पहलों, योजनाबद्ध प्रयासों और सात सूत्रीय एजेंडा से सोमवार को औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को अवगत कराया। इन पहलों का उद्देश्य जमीनी स्तर पर समन्वय को सशक्त बनाना, निवेश परियोजनाओं की सघन निगरानी, लक्षित क्षमता-वर्धन और नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से उत्तर प्रदेश को उसके महत्वाकांक्षी विकास एवं निवेश लक्ष्यों की ओर तीव्र गति से अग्रसर करना है।

बैठक के दौरान मंत्री नंदी ने इस बात पर बल दिया कि “इन्वेस्ट यूपी और उद्यमी मित्र” यह सुनिश्चित करें कि निवेश उत्तर प्रदेश के हर हिस्से तक पहुंचे और कोई भी ज़िला पीछे न छूटे। उन्होंने सभी उद्यमी मित्रों से आग्रह किया कि वे माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विज़न को साकार करने हेतु पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने एकल-खिड़की प्रणाली को मज़बूत करने और निवेश मित्र पोर्टल को और अधिक सरल, कुशल और बाधारहित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि “ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस केवल प्राथमिकता नहीं है, यह हमारे औद्योगिक परिवर्तन की नींव है। उन्होने कहा कि “प्रदेश को एक प्रमुख निवेश गंतव्य बनाने के लिए उद्यमी मित्रों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा”।

ये पहलें 28 अप्रैल, 2025 को मंत्री नंदी की अध्यक्षता में लखनऊ में संपन्न समीक्षा बैठक में दिए गए रणनीतिक दिशा निर्देशों के अंतर्गत शुरू की गई थीं।

प्रमुख पहलें और प्रगति

जनपद स्तरीय समन्वय और निरीक्षण इन्वेस्ट यूपी की मुख्यालय टीम द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक कुल 14 जनपदों का निरीक्षण किया जा चुका है। इन निरीक्षणों के दौरान, स्थानीय औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद, निवेशक स्थलों का भौतिक अवलोकन और जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया गया। इन निरीक्षणों के परिणामस्वरूप विभिन्न लंबित विषयों का प्रभावी ढंग से निराकरण सुनिश्चित हुआ है। शेष 61 जनपदों का निरीक्षण चरणबद्ध रूप से 20 अगस्त 2025 से किया जाएगा।

राज्यव्यापी निवेश समीक्षा इन्वेस्ट यूपी ने 46 दिवसीय व्यापक समीक्षा अभियान के तहत सभी 75 जनपदों में जनपदवार निवेश समीक्षा बैठकें आयोजित कीं, जिनमें 155 अधिकारियों ने भाग लिया। इन समीक्षाओं का मुख्य केंद्र भूमि की उपलब्धता, प्रगतिशील परियोजनाओं का मूल्यांकन, समझौता ज्ञापनों (एमओयू) की ट्रैकिंग और निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से समस्याओं का निराकरण रहा। इसके अलावा, प्रत्येक ₹100 करोड़ से कम के लगभग 180 इन्वेस्टमेंट लीड्स की भी समीक्षा की गई।

क्षमता-वर्धन कार्यक्रम जिला उद्योग केंद्र (जीएम-डीआईसी) के अधिकारियों के लिए, इन्वेस्ट यूपी द्वारा आईआईएम लखनऊ के सहयोग से एक पांच दिवसीय आवासीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) की परिकल्पना की गई है। यह कार्यक्रम नेतृत्व, रणनीतिक योजना, वित्तीय दक्षता, संप्रेषण कौशल, परियोजना क्रियान्वयन और प्रौद्योगिकी तत्परता जैसे छह मॉड्यूल पर आधारित है।

उद्यमी मित्रों के लिए, एक वर्ष की अवधि की केपीआई आधारित क्षमता-वर्धन पहल अनबाक्स टीम के सहयोग से संचालित की जा रही है। इसमें पांच दिवसीय प्रत्यक्ष प्रशिक्षण (तीन बैच) और छह महीने की वर्चुअल सहभागिता शामिल है।

औद्योगिक भूमि सर्वेक्षण उद्यमी मित्रों के सहयोग से दो एजेंसियों की ओर से प्रमुख औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के अंतर्गत औद्योगिक भूमि का विस्तृत सर्वेक्षण एवं मानचित्रण किया जा रहा है। कुल 44 हजार से अधिक भूखंडों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।

समझौता ज्ञापनों (एमओयू) का अनुश्रवण ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4 (जीबीसी-4) के अंतर्गत 2.35 लाख करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े 6,200 समझौता ज्ञापनों के लिए वाणिज्यिक संचालन की विस्तृत प्रगति चिह्नांकन की प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही, पांच लाख करोड़ रुपये के जीबीसी-5 लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में भी सक्रिय रूप से काम किया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा