जींद : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अपनाने में हरियाणा देश का पहला राज्य :महामहिम राज्यपाल असीम कुमार घोष
-राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश में होंगे नए आयाम स्थापित जींद, 18 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा के महामहिम राज्यपाल असीम कुमार घोष ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश में नए आयाम स्थापित होंगे। नई शि
महामहिम राज्यपाल को पौधा भेंट करते हुए शिक्षा मंत्री व डिप्टी स्पीकर।


-राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश में होंगे नए आयाम स्थापित

जींद, 18 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा के महामहिम राज्यपाल असीम कुमार घोष ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश में नए आयाम स्थापित होंगे। नई शिक्षा नीति एक नई दिशा दिखाने का कार्य करेगी। हरियाणा ने इसे लागू कर लिया है और इसके सभी आयामों के लक्ष्य को निश्चित तौर पर हासिल करेगा। उच्च शिक्षा में पहुंच, गुणवत्ता, समानता, स्थिरता और भविष्य की तैयारी वे मार्गदर्शक सिद्धांत हैं। जिन पर राज्य सरकार का दृष्टिकोण आधारित है। सेमिनार में आयोजित सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में परिकल्पित, बहुविषयक शिक्षा के विविध पहलुओं पर उच्च गुणवत्तापूर्ण चर्चा हुई। हमारी नई शिक्षा नीति केवल एक दस्तावेज नही है बल्कि भारत के भविष्य के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो 2025 के अंत तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अधिकांश भाग को लागू करने जा रहा है। यह वास्तव में एक प्रशंसनीय उपलब्धि है।

महामहिम राज्यपाल असीम कुमार घोष सोमवार को चौधरी रणवीर सिंह विश्वविद्यालय में हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बहुविषयक शिक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के गतिशील नेतृत्व में प्रगति और विकास का पर्याय बन रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एक उभरते हुए राष्ट्र की आकांक्षाएं शामिल हैं। जिसमें युवा अपनी बुद्धि के बलबूते पर 21वीं सदी की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार रहेगा। तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक परिदृश्य में, जहां विज्ञान और मानविकी, प्रौद्योगिकी और कला, अनुसंधान और उद्यमिता के बीच की सीमाएं लगातार कमजोर होती जा रही हैं, यह आवश्यक है कि हमारी शिक्षा प्रणाली समग्र विचारकों, नवप्रवर्तकों और समस्या-समाधान कर्ताओं का पोषण करेगी। विषयों का यह सम्मिश्रण रचनात्मकता को प्रेरित करेगा। आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देगा और हमारे छात्रों को अनिश्चित दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक अनुकूलन शीलता विकसित करने में सक्षम बनाएगा।

नई शिक्षा नीति हर घर के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव रखेगी : ढांडा

शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि सरकार द्वारा मॉडल स्कूल, स्किल हब और बहुप्रवेश निकास प्रणाली को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि विद्यार्थियों को लचीला और आधुनिक शिक्षा वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। शिक्षा मंत्री ने सेमिनार में नई शिक्षा नीति पर एक दिवसीय वर्कशॉप में शामिल होकर शिक्षाविदों, प्रोफेसरों व अधिकारियों से संवाद किया और अपने विचार सांझा किए। शिक्षा मंत्री के रूप में मेरा दृढ़ विश्वास है कि नई शिक्षा नीति हर घर के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव रखेगी। यह नीति विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा, नई तकनीक और कौशल विकास के अवसर प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर और सक्षम बनाएगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा