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मालदा, 18 अगस्त (हि.स.)। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) मालदा डिवीजन ने ‘ऑपरेशन वाइलैप’ के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए फरक्का एक्सप्रेस से 138 कछुए (130 जीवित और आठ मृत) बरामद किए। इस सफलता ने न केवल संगठित वन्यजीव तस्करी के प्रयास को नाकाम किया, बल्कि देश की जैव विविधता की रक्षा के प्रति आरपीएफ की प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया।
रेलवे ने सोमवार शाम बताया है कि यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब एएसआई मोहम्मद इंतखाबुल आलम, जो ट्रेन में एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे, ने न्यू फरक्का स्टेशन से ट्रेन के प्रस्थान के बाद एस-4 कोच में कुछ बोरियों और झोलों से आ रही दुर्गंध और संदिग्ध गतिविधियों को देखा। पूछताछ में संदिग्धों ने कछुए ले जाने की बात स्वीकार की। एएसआई आलम ने तुरंत मालदा टाउन स्टेशन पर अधिकारियों को सूचना देकर मदद मांगी।
ट्रेन के मालदा टाउन पहुंचते ही प्लेटफॉर्म संख्या चार पर आरपीएफ पोस्ट मालदा टाउन की टीम ने संयुक्त छापेमारी की। तलाशी के दौरान 45 बोरियों और झोलों में विभिन्न आकार के कछुए बरामद हुए, जिन्हें सीटों और बर्थ के नीचे छुपाया गया था।
गिनती के बाद कुल 138 कछुए बरामद किए गए। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के 10 लोगों (पुरुष और महिला) को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्तियों को गिरफ्तारी के कारण बताए गए और जब्त कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया गया, ताकि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
मालदा के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने आरपीएफ की इस त्वरित और समन्वित कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा, “इस तरह के अभियान यह दर्शाते हैं कि रेलवे सुरक्षा बल न केवल रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा पर नजर रखता है, बल्कि देश की प्राकृतिक धरोहर को बचाने में भी अहम भूमिका निभा रहा है।”
हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय