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कानपुर, 18 अगस्त (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में निर्माणाधीन पुलिस थाना भवन, साढ़ का जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने सोमवार को जायजा लिया। सात करोड़ 35 लाख रुपये की लागत से यह परियोजना वर्ष 2020 में शुरू हुई थी और इसे 2021 में ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन चार वर्ष बाद भी भवन अधूरा है। वर्तमान में केवल द्वितीय तल की छत का कार्य प्रगति पर है और अब तक लगभग 35 प्रतिशत ही निर्माण हो सका है। जबकि परियोजना में चार करोड़ 87 लाख रुपये की धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी है।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कार्य शिथिलता पायी गई है। इस लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम के सहायक अभियंता को फटकार भी लगाई है। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा है कि थाना भवन का निर्माण हर हाल में पुनरीक्षित निर्धारत अवधि फरवरी 2026 तक पूरा होना चाहिए। निरीक्षण के दौरान परिसर में परियोजना की जानकारी देने वाला सिटीजन इंफॉर्मेशन बोर्ड भी नहीं मिला, जिस पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए तुरंत बोर्ड लगाए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इसी परियोजना के अंतर्गत पुलिस कर्मियों के लिए छह करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण भी कराया जा रहा है। यह भवन लगभग पूर्ण हैं और शीघ्र ही हैंडओवर किए जाएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि हैंडओवर की कार्यवाही में किसी प्रकार की देरी न की जाए, जिससे पुलिस कर्मियों को समय पर आवासीय सुविधा उपलब्ध हो सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गुणवत्ता पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि निर्माण में प्रयोग की जा रही ईंट, सीमेंट, लोहे की छड़ और विद्युत उपकरण सभी मानक के अनुरूप होने चाहिए। कार्यस्थल की नियमित निगरानी हो और यदि कहीं भी गुणवत्ता में कमी पाई गई तो जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की तय की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद