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-साइबर युद्ध के आयाम, बहुपक्षीय कानूनी ढांचे, फोरेंसिक और रणनीतिक प्रतिकार विषय पर अंतरराष्ट्रीय समिट का सीएम ने किया शुभारंभ
लखनऊ, 18 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ के बंथरा क्षेत्र में साइबर युद्ध के आयाम, बहुपक्षीय कानूनी ढांचे, फोरेंसिक और रणनीतिक प्रतिकार विषय पर अंतरराष्ट्रीय समिट का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के लिए मोबाइल फोरेंसिक वैन (एमएफवी) का फ्लैग ऑफ किया। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर अटल पुस्तकालय का भी शुभारम्भ किया।
बंथरा के ओरांव दारोगाखेड़ा स्थित उत्तर प्रदेश राज्य फोरेंसिक विज्ञान संस्थान में आयोजित इस संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साढ़े तीन हजार साल पहले लखनऊ के करीब सीतापुर जिले में नैमिषारण्य में एक संगोष्ठी हुई थी। उस संगोष्ठी में विद्वान ऋषि, मुनियों ने हिस्सा लिया। उसमें जो मंथन चिंतन हुआ, वह आज भी हम सब के बीच ज्ञान के रूप में विद्यमान है। यह सेमिनार भी कानून व्यवस्था कायम रखने में बहुत कारगर सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन को समय के हिसाब से करना होता है। वर्ष 2017 के पहले यूपी की दूसरी स्थिति थी। आज सभी 75 जिलों में साइबर थाने स्थापित हो चुके हैं। प्रदेश के सभी थानों में साइबर सेल गठित किया गया। अब साइबर मुख्यालय स्थापित किया जा रहा है। अब हमें उससे भी आगे सोचकर कार्य करना होगा। सुपरसोनिक मिसाइल या ड्रोन जैसा कुछ सोचना पड़ेगा। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर अटल पुस्तकालय का भी शुभारंभ किया गया है। मौजूदा चुनौतियों को देखते हुए हमें कार्य करना होगा। समय के अनुरूप हमें अपने आप को तैयार करना होगा। ऐसा नहीं करने पर स्वयं के अस्तित्व का संकट खड़ा होगा। यूपी में अपराधी पुलिस का नाम सुनते ही भागता है, उसे भय है। अगर यह भय नहीं होगा तो आम आदमी में पुलिस के प्रति विश्वास नहीं होगा।
याेगी ने कहा कि यूपी पुलिस की भूमि पर एक माफिया ने कब्जा कर लिया था। तत्कालीन डीजीपी ने हमें बताया तो हमने कार्रवाई शुरू की। इसके बाद वह स्वयं यूपी पुलिस को वह भूमि देने को तैयार हो गया। टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को जितना आसान बनाया है, उतनी ही चुनौतियां भी खड़ी की हैं। हमें उन्हीं तकनीकियों के सहारे ही उन चुनौतियों से निपटना होगा। अगर हम नहीं लड़ पाएंगे तो आने वाली पीढ़ियां हमें कोसेंगी। यह इंस्टीट्यूट और उप्र पुलिस सफलतापूर्वक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होंगे। इस मौके पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला