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कूचबिहार, 18 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की बदहाली पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य डॉ. अर्चना मजूमदार ने चिंता जताई है। सोमवार को कूचबिहार जिले के दिनहाटा में राजनीतिक हिंसा के शिकार परिवारों से मिलने के बाद डॉक्टर मजूमदार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा- “आज दिनहाटा, कूचबिहार में मैं पीड़ित बंगाली राजबंशी महिलाओं से मिली। उनके घर पूरी तरह से तोड़फोड़ दिए गए। यहां तक कि 8 माह की गर्भवती को भी बेरहमी से पीटा गया।”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या यह कानून का शासन है या शासकों का कानून? बंगाल खून से लथपथ है और सरकार खामोश है। इस घटना पर उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, निर्वाचन आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को टैग करते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
मामले को लेकर स्थानीय राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। हालांकि, राज्य सरकार की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में दिनहाटा में विपक्षी दल के समर्थकों पर हमले की घटनाएं हुई हैं जिसे लेकर तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय