मानवीय गरिमा के प्रतिकूल है रैगिंग : रूपल त्रिपाठी
गोरखपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (एमजीयूजी) के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) में सोमवार को ''रैगिंग मुक्त परिसर बनाएं और मित्रता की ओर हाथ बढ़ाएं'' विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। सम
*एमजीयूजी के आयुर्वेद कॉलेज में एंटी रैगिंग सप्ताह का समापन*


गोरखपुर, 18 अगस्त (हि.स.)। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (एमजीयूजी) के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) में सोमवार को 'रैगिंग मुक्त परिसर बनाएं और मित्रता की ओर हाथ बढ़ाएं' विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया।

समारोह की मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता रूपल त्रिपाठी ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विवि. गोरखपुर का परिसर रैगिंग मुक्त है और आगे भी रहे ऐसा मनसा, वाचा, कर्मणा प्रयास करना चाहिए। रैगिंग न केवल दंडनीय अपराध है, बल्कि यह विद्यार्थियों की मानवीय गरिमा और शैक्षिक वातावरण को भी ठेस पहुंचाती है। विद्यार्थियों को मित्रता, सहयोग और आपसी सम्मान की भावना के साथ शिक्षा के लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।

डॉ. गोपीकृष्ण आचार्य ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन सदैव रैगिंग की रोकथाम के लिए कृतसंकल्प है। रैगिंग से जुड़ी किसी भी शिकायत पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने ऐंटी रैगिंग विषय नाट्य मंचन और पोस्टर भी प्रस्तुत किए। सप्ताह कार्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त किए विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भेंट किए गए। व्याख्यान के साथ ही एंटी रैगिंग सप्ताह का समापन हुआ।

डॉ. प्रिया नायर ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन और संचालन डॉ. दीपू मनोहर, डॉ. मिनी और और खुशी उपाध्याय ने किया। समारोह में डॉ. टीएम त्रिपाठी, डॉ. अवनीश ,डॉ. साध्वी नन्दन पाण्डेय, डॉ. देवी, डॉ. अर्पित सहित सभी प्राध्यापकगण, चिकित्सक और बीएएमएस विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय