फरीदाबाद: यमुना का जलस्तर बढ़ने से रेनीवेल को खतरा, प्रशासन की निगरानी तेज
फरीदाबाद, 17 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से फरीदाबाद के किनारे बने 22 रेनीवेल को खतरा पैदा हो गया है। मोठूका, घरोड़ा, मंझावली, कांवरा, भूपानी, ददसिया और कबूलपुर में बने रेनीवेल के आसपास पानी पहुंच गया है। प्
अमीपुर-कबूलपुर में रेनीवेल तक पहुंचा यमुना नदी का पानी।


फरीदाबाद, 17 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा के फरीदाबाद जिले में यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से फरीदाबाद के किनारे बने 22 रेनीवेल को खतरा पैदा हो गया है। मोठूका, घरोड़ा, मंझावली, कांवरा, भूपानी, ददसिया और कबूलपुर में बने रेनीवेल के आसपास पानी पहुंच गया है। प्रशासनिक टीमें स्थिति पर नजर रख रही हैं।ददसिया में एक रेनीवेल के चारों ओर पानी भर गया है, जिससे जाने का रास्ता बंद हो गया। कबूलपुर और मंझावली में भी रेनीवेल तक पानी पहुंच गया है और सड़कें डूबने की कगार पर हैं। मोठूका में भी जलस्तर रेनीवेल के करीब है।एसडीओ जितेंद्र सिंह का कहना है कि अभी खतरा नहीं है लेकिन यदि जलस्तर बढ़ा तो दिक्कत हो सकती है। यमुना नदी किनारे लगे हुए 22 रेनीवेल से करीब 200 एमएलडी पानी शहर में सप्लाई होता है। मोठूका, घरोड़ा, मंझावली, कांवरा,भूपानी, ददसिया, अमीपुर-कबूलपुर में रेनीवेल हैं। 150 से अधिक ट्यूबवेल से पानी आता है।सिंचाई विभाग के एसडीओ अरविंद शर्मा का कहना है कि रविवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर कुछ बढ़ा था, लेकिन बाद में घटना शुरू हो गया। शाम तक नदी में 60 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था। ओखला बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। अभी केवल किसानों के खेतों में पानी घुसा है। प्रशासनिक टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।उल्लेखनीय है कि 2023 में भी बाढ़ की वजह से सभी रेनीवेल पानी में डूब गए थे। कई दिन बाद इन्हें चालू किया जा सका था। इन 22 रेनीवेल से समूचे शहर में पेयजल सप्लाई होती है।

-----

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर