सिरसा: मदनलाल ढींगरा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अप्रतिम क्रांतिकारी थे: जगदीश चोपड़ा
शहीद मदन लाल धींगड़ा के शहीदी दिवस पर पुष्पांजलि समारोह का आयोजन
शहीद मदन लाल धींगड़ा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते नागरिक परिषद के सदस्य।


सिरसा, 17 अगस्त (हि.स.)। शहीद मदनलाल ढींगरा के शहीदी दिवस पर रविवार को सिरसा के शहीद मदन लाल ढींगरा चौक पर नागरिक परिषद की ओर से पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान नागरिक परिषद के पदाधिकारियों और सदस्यों के अलावा शहर के गणमान्य लोगों ने मदनलाल ढींगरा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए ।

नागरिक परिषद के अध्यक्ष जगदीश चोपड़ा ने कहा कि मदनलाल ढींगरा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अप्रतिम क्रांतिकारी थे। भारतीय स्वतंत्रता की चिंगारी को अग्नि में बदलने का श्रेय महान शहीद मदन लाल ढींगरा को ही जाता है। भले ही मदन लाल ढींगरा के परिवार में राष्ट्रभक्ति की कोई ऐसी परंपरा नहीं थी किंतु वह खुद से ही देश भक्ति के रंग में रंगे गए थे। वे इंग्लैंड में अध्ययन कर रहे थे जहां उन्होंने विलियम हट कर्जन वायली नामक एक ब्रिटिश अधिकारी की गोली मारकर हत्या कर दी। कर्जन वायली की हत्या के आरोप में उन पर 23 जुलाई, 1909 का अभियोग चलाया गया। उन्होंने कहा कि हमें केवल अधिकारों की बात न करके कर्तव्यों का पालन करना चाहिए तभी देश नंबर वन बन सकेगा।

भाजपा के जिला प्रधान एडवोकेट यतिंद्र सिंह ने कहा कि अमर शहीद मदनलाल ढींगरा ने देश के अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हम सबको उनकी कुर्बानी से प्रेरणा लेते हुए देश हित में काम करने चाहिएं। हमें राष्ट्र विरोधी लोगों को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए। समाज सेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश मेहता ने कहा कि मदन लाल ढींगरा ने बहुत छोटी उम्र में शहादत देकर स्वतंत्रता संग्राम को तेज करने का काम किया। उन्होंने कहा कि मदन लाल ढींगरा की कुर्बानी के दिन आज हम सबको देश के लिए कुछ करने का संकल्प लेना चाहिए यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

नागरिक परिषद के सचिव सुरेंद्र भाटिया ने कहा कि हमारी मांग है कि महापुरुषों व शहीदों की तरह शहीद मदन लाल धींगड़ा के शहीदी दिवस पर भी हरियाणा सरकार राज्य स्तर का कार्यक्रम आयोजित करे और हिसार में शहीद मदन लाल ढींगरा की स्मारक बनाई जाए। इस मौके पर गुरजीत मान, प्रो. रवींद्र पुरी, एडवोकेट एसी सिहाग, हरबंस नारंग, गुरदेव राही, रोहताश जांगडा, रत्न लाल बामनिया, डॉ. गंगा सागर केहरवाला, हनुमान कुंडू आदि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Chand Sharma