उमरिया: बालिका छात्रावास से पांच बच्चियां लापता, जिले में हड़कंप
उमरिया, 17 अगस्त (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश के उमरिया जिले के पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत गिंजरी में स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास से 5 छात्राओं के अचानक गुम होने का बड़ा मामला सामने आया है। इसकी जानकारी लगते ही जिले में हड़कम्प मच गया, तो वह
बालिका छात्रावास से पांच बच्चियां लापता जिले मे हड़कम्प


उमरिया, 17 अगस्त (हि.स.)। मध्‍य प्रदेश के उमरिया जिले के पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत गिंजरी में स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास से 5 छात्राओं के अचानक गुम होने का बड़ा मामला सामने आया है। इसकी जानकारी लगते ही जिले में हड़कम्प मच गया, तो वहीं छात्रावास की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गये। जिले में गुमशुदगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

जहां अभी तक अर्चना तिवारी की गुमशुदगी का मामला सुर्खियों में है, वहीं अब पाली नगर थाना क्षेत्र के गिंजरी स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास से कक्षा 8वीं की पांच छात्राओं के अचानक लापता हो जाने से हड़कंप मच गया है।

लापता छात्राओं के परिजन रेणु दहिया, राज कुमार कुशवाहा, सुशीला मराबी, बिसरती कुशवाहा ने बताया कि हमारी बेटियां गायब हैं, वार्डन अर्चना मराबी भी नहीं रहीं मात्र सहायक वार्डन सारिका शर्मा यहाँ मौजूद रहीं, यहाँ किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, गेट टूटा हुआ है, सभी परिजनों का का रो-रोकर बुरा हाल है।

उन्होंने सीधे-सीधे छात्रावास प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया, उनका कहना है कि “छात्रावास में न तो बाउंड्रीवाल है, न ही कैमरे चालू हैं। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप पड़ी हुई है। अगर प्रबंधन ने जिम्मेदारी निभाई होती तो एक साथ पांच बच्चियां कैसे लापता हो सकती थीं?” वहीं कैमरे के सामने न आते हुये छात्रावास सहायिका सारिका शर्मा ने बताया कि “रात्रि 8 बजे तक सभी छात्राएं जन्माष्टमी कार्यक्रम में शामिल थीं। इसके बाद खाना खाया और रात 11 बजे तक सब मेरे सामने थीं। सुबह 8 बजे जब नाश्ते का एलार्म बजा और अटेंडेंस हुई तो पांच छात्राएं मौजूद नहीं थीं। उनके कमरों में जाकर देखा, आसपास खोजबीन की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों और थाने को सूचना दी।” वहीं घटना की जानकारी मिलते ही जिले की एस पी निवेदिता नायडू, एसडीएम अम्बिकेश प्रताप सिंह, एसडीओपी एस.सी. बोहित और थाना प्रभारी राजेशचंद्र मिश्रा मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने छात्रावास प्रबंधन और अन्य छात्राओं से पूछताछ की।

मौके पर पहुंची जिले की एस पी निवेदिता नायडू ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान एक छात्रा की कॉपी में नोट मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि “मैं कुछ बनना चाहती हूं, कमाना-खाना चाहती हूं, इसलिए जा रही हूं।” वहीं एस पी ने कहा कि पुलिस ने बच्चियों को खोजने के लिए विशेष इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई है। जगह-जगह के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, साथ ही बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य संभावित ठिकानों पर पूछताछ कर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि छात्रावास से छात्राओं का इस तरह लापता हो जाना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। परिजनों के आरोप और व्यवस्थाओं की वास्तविकता यह दर्शाती है कि सुरक्षा केवल कागजों तक सीमित है, जमीन पर लापरवाही हावी है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुरेन्‍द्र त्रिपाठी