उज्जैनः अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव की अंतिम प्रस्तुति सम्पन्न
उज्जैन, 17 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आयोजन अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव की छठी व अंतिम सांस्कृतिक संध्या शनिवार की रातो सम्पन्न हुई। शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की रसवर्षा से महाकाल की आराधना हुई। म
अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव की अंतिम प्रस्तुति सम्पन्न


उज्जैन, 17 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के आयोजन अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव की छठी व अंतिम सांस्कृतिक संध्या शनिवार की रातो सम्पन्न हुई। शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की रसवर्षा से महाकाल की आराधना हुई। मंदार वालुस्कर ने शास्त्रीय गायन का प्रारम्भ राग मारवा ताल तिलवाडा मे निबद्ध विलंबित ख्याल हर हर हर महादेव.... से की | पश्यात द्रुत छोटा ख्याल डम-डम-डम डमरू बाजे.... की प्रस्तुति दी | वालुस्कर ने अपनी प्रस्तुति का समापन कजरी से किया | आपके साथ तबला संगत निशान्त शर्मा एवम् हारमोनियम पर प्रमोद बोरगावकर ने संगत दी|

द्वितीय प्रस्तुति सुरेन्द्र स्वर्णकार के बासुरी वादन की हुई | श्री स्वर्णकार ने राग बिहाग ताल रूपक में आलाप, जोड़, झाला से किया | तत्पश्चात तीनताल में बंदिश प्रस्तुत की व प्रस्तुति का समापन राग मिश्रशिवरंजनी ताल कहरवा में दादरा से किया | आपके साथ तबला पर संगत अरुण कुशवाह ने की। अंतिम प्रस्तुति रेणुका देशपांडे के कथक नृत्य की हुई | सुश्री देशपांडे ने प्रस्तुति देवी महाकाली के श्लोक से की | पश्यात ताल पंचम सवारी में उठान, आमद, परण, तोड़े, तिहाई लड़ी व तकनीकी पक्ष की प्रस्तुति दी गई | प्रस्तुति का समापन गत निकास व भावपूर्ण ठुमरी की प्रस्तुति से किया | आपके साथ तबला पर अरुण कुशवाह और हारमोनियम व गायन पर आस्तिक उपाध्याय व पढंत पर स्वाति यादव ने संगत की ।कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि प्रो. अर्पण भारद्वाज कुलगुरु विक्रम विश्वविद्यालय थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / ललित ज्‍वेल