फरीदाबाद : लैंड पूलिंग के विरोध में किसानों ने पंचायत कर सरकार को चेताया
फरीदाबाद, 17 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम और शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद और पलवल में विकास परियोजनाएं शुरू करेंगे। एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक शहर बसाने के लिए नौ गांवों से नौ हजार एकड़ जमीन ली जाएगी। ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गा
गांव मोहना में पंचायत करते किसान


फरीदाबाद, 17 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम और शहरी विकास प्राधिकरण फरीदाबाद और पलवल में विकास परियोजनाएं शुरू करेंगे। एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक शहर बसाने के लिए नौ गांवों से नौ हजार एकड़ जमीन ली जाएगी। ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गांवों से भी जमीन ली जाएगी। किसानों को ई-भूमि पोर्टल पर 31 अगस्त 2025 तक आवेदन करना होगा। लेकिन किसान सरकार की इस भूमि -अधिग्रहण नीति से खुश नही है। किसान भूमि के सर्किल रेट को बाजार दर के अनुसार 4.50 करोड़ रुपये प्रति एकड़ करने की मांग कर रहे है। जिसको लेकर गांव मोहना में रविवार को किसानों ने पंचायत की। इससे पहले भी आस-पास के 15 गांव के किसान सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंप चुके है और गांव बागपुर में पंचायत कर चुके है। किसानों से सरकार को 22 अगस्त तक सर्किल रेट बढ़ाने का समय दिया है। किसानों का कहना है कि उसके बाद बड़े स्तर पर आन्दोलन किया जाएगा। ईश्वर नंबरदार, पूर्व सरपंच किशन, मास्टर गिर्राज का कहना है कि जब उनके गांव में 4.80 करोड़ की रजिस्टरी हो चुकी है तो फिर सर्किल रेट तय करने में क्या परेशानी है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक बन रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक शहर बसाने के लिए फरीदाबाद और पलवल के नौ गांव की नौ हजार एकड़ जमीन ली जाएगी। यह औद्योगिक शहर एचएसआईआईडीसी बसाएगा। इतना ही नहीं हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण भी अपने सेक्टरों का दायरा बढ़ाने जा रहा है। इसके लिए ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गांव की साढ़े चार हजार एकड़ जमीन ली जाएगी। किसानों को सरकार के पोर्टल पर आवेदन करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 है। दरअसल फरीदाबाद के छांयसा और मोहना गांव हैं। जबकि पलवल के मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा, थंथरी हैं। इन सभी गांव की नौ हजार एकड़ जमीन ली जानी प्रस्तावित है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा नए सेक्टरों के लिए खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, बदरपुर सैद, साहुपुरा, सोतई, सुनपेड़, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा और तिगांव हैं। इन गांव में सेक्टर-94ए, 96, 96ए, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141, 142 विकसित किए जाएंगे। इनमें रिहायशी के अलावा वाणिज्यिक सेक्टर भी होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर