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धमतरी, 13 अगस्त (हि.स.)। छग शासन की महत्वाकांक्षी योजना सहकार से समृद्धि की ओर दुग्ध श्वेत क्रांति अंतर्गत धमतरी जिला में कुल 68 दुग्ध संग्रहण केन्द्र है, जिसमें 58 संचालित है। इसी तरह 10 संकलन केन्द्र अक्रियाशील है।
उप संचालक, पशु चिकित्सा विभाग एमएस बघेल ने बताया कि अक्रियाशील संग्रहण केन्द्र को क्रियाशील बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है और 34 नवीन दुग्ध समिति (विकासखण्ड धमतरी-12, कुरूद-20, मगरलोड-2) बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें छह समिति का गठन तथा पांच समिति का पंजीयन हो चुका है। वर्तमान में संचालित 58 संग्रहण केन्द्रों से लगभग आठ हजार लीटर प्रतिदिन दूध संकलित हो रहा है। जिसे वर्ष के अंत तक 20 हजार लीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है। विकासखंड नगरी में वचन डेयरी के चार केन्द्र (सलोनी, लीलर, बनबगौद एवं कुकरेल) शीघ्र ही प्रारंभ हो जाएगी।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के निर्देश एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धमतरी रोमा श्रीवास्वत के मार्गदर्शन में उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें एवं संस्था क्षेत्रों में अमला द्वारा दुग्ध संकलन केन्द्रों की साफ-सफाई, गुणवत्ता जांच के लिए उपलब्ध उपकरण एवं प्रत्येक 10 दिन में भुगतान संबंधी कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक पशुपालक अपने निकटस्थ संग्रहण केन्द्र में दूध विक्रय के लिए प्रोत्साहित हो सकें। जिले में दुग्ध उत्पादन न केवल अतिरिक्त आय का स्रोत बन रहा है, बल्कि ग्रामीण परिवारों के पोषण स्तर में सुधार और सामाजिक-आर्थिक उन्नयन में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग एवं समस्त दुग्ध समितियों का यह समन्वित प्रयास जिले को पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में एक अग्रणी के रूप में स्थापित कर रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा