सनौरा-नेरीपुल सड़क की खस्ताहालत पर लोगों का प्रदर्शन, चौड़ीकरण की उठी मांग
नाहन, 12 अगस्त (हि.स.)। जिला सिरमौर के राजगढ़ क्षेत्र में सनौरा-नेरीपुल सड़क की खराब हालत, भारी वाहनों की अधिक आवाजाही और लगातार हो रहे हादसों के विरोध में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और सं
सनौरा से नेरीपुल सड़क की खस्ता हालत को लेकर सड़कों पर उतरे लोग


नाहन, 12 अगस्त (हि.स.)। जिला सिरमौर के राजगढ़ क्षेत्र में सनौरा-नेरीपुल सड़क की खराब हालत, भारी वाहनों की अधिक आवाजाही और लगातार हो रहे हादसों के विरोध में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जल्द समाधान की मांग की।

क्षेत्र के लोग कांगू की जुब्बड़ी नामक स्थान पर एकत्र हुए और वहीं बैठक कर आगे की रणनीति बनाई। लोगों का कहना था कि यह सड़क अत्यधिक खराब हालत में है, जिसकी वजह से रोजाना हादसे हो रहे हैं और भारी वाहनों की वजह से बार-बार जाम की स्थिति बन रही है। मार्ग की चौड़ाई भी बेहद कम है और इसकी भार सहने की क्षमता 9 टन है, लेकिन इस पर 25 से 30 टन तक के मालवाहक वाहन लगातार चल रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना हुआ है।

स्थानीय लोगों ने मांग की कि इस महत्वपूर्ण सड़क को स्टेट हाईवे का दर्जा देकर इसे डबल लेन किया जाए, ताकि आवागमन सुरक्षित और सुचारु हो सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले समय में आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।

गौरतलब है कि लगभग 35 किलोमीटर लंबी यह सड़क इस क्षेत्र की प्रमुख जीवनरेखा है। इन दिनों सेब सीजन चरम पर है और शिमला जिले के रोहड़ू, जुब्बल, कोटखाई, चौपाल, बलसन और सिरमौर के पझोता, राहू व मांदर क्षेत्रों से सेब की ढुलाई मुख्य रूप से इसी सड़क से होती है।

स्थानीय लोगों ने चेताया कि यदि यह सड़क 24 घंटे के लिए भी बंद हो जाए, तो पूरे क्षेत्र का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर