Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
-साल 2009 में शासन की ओर एक डेंटल कालेज और 254.80 करोड़ रुपये धनराशि स्वीकृत कराई गई थी
कानपुर, 12 अगस्त (हि.स.)। पांडूनगर स्थित राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल के नवीनीकरण एवं विस्तार कार्य में हो रही लापरवाही और अत्यधिक विलंब बेहद चिंताजनक है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2009 में इस अस्पताल में एक डेंटल कॉलेज तथा नवीनीकरण कार्य के लिए 254.80 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी। यह बातें मंगलवार को राजधानी दिल्ली स्थित लोकसभा सत्र के दौरान कानपुर सांसद रमेश अवस्थी ने कही।
सांसद ने बताया कि वर्ष 2016 में तत्कालीन मंत्री द्वारा 312 बेड के अस्पताल के निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की गई थी और शिलान्यास भी संपन्न हुआ था। इसके बावजूद मंत्रालय, विभागीय अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसियों के आपसी सामंजस्य के अभाव के कारण आज तक यह अस्पताल अधूरा पड़ा है।
सांसद अवस्थी ने बताया कि अस्पताल की लागत वर्तमान समय में दोगुनी हो चुकी है और इसकी देरी के कारण हजारों बीमाकृत कर्मचारी व उनके परिवार अच्छे चिकित्सा सुविधाओं से वंचित हैं। अस्पताल की आधारशिला रखी गई थी लेकिन अब तक केवल भवन का आंशिक ढांचा ही तैयार हो पाया है।
उन्होंने श्रम एवं रोजगार मंत्री से इस विषय पर ठोस कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस संबंध में एक संयुक्त समिति का गठन कराया जाए और संपूर्ण जांच कराई जाए, ताकि कानपुर के श्रमिक वर्ग को शीघ्र ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप