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सोनीपत, 12 अगस्त (हि.स.)। अंगदान सिर्फ एक चिकित्सा प्रक्रिया नहीं, बल्कि इंसानियत
का सबसे बड़ा उपहार है। किसी के जीवन में नई सुबह लाने का यह निर्णय न केवल एक व्यक्ति
को बचाता है, बल्कि उम्मीद की एक लंबी श्रृंखला को जन्म देता है। इसी सोच को आगे बढ़ाते
हुए मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, शालीमार बाग द्वारा सोनीपत में अंगदान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
किया गया। जिसमें डोनर्स और रिसीपिएंट्स का सम्मान किया गया।
मंगलवार को अंगदान की अहमियत और इसकी कमी को दूर करने के उद्देश्य
से मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की ओर से आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में किडनी ट्रांसप्लांट
डोनर्स और रिसीपिएंट्स ने अपनी कहानियां साझा कीं और प्रतिभागियों को अंगदान के महत्व
से अवगत कराया।
कार्यक्रम की शुरुआत अस्पताल के नेफ्रोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट
मेडिसिन विभाग के सीनियर डायरेक्टर और यूनिट हेड डॉ. मनोज अरोड़ा तथा यूरोलॉजी एवं
किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी विभाग के सीनियर डायरेक्टर डॉ. वहीदु ज़्ज़मान की मौजूदगी
में हुई। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि अंगदान सबसे महान कार्यों में से एक है, जो भ्रांतियों
और डर को दूर करके जीवन का उपहार देता है। उन्होंने लोगों से इस मानवीय कदम के लिए
आगे आने की अपील की।
डॉ. वहीदु ज़्ज़मान ने बताया कि रोबोटिक और मिनिमली इनवेसिव
तकनीकों से किडनी ट्रांसप्लांट अब ज्यादा सुरक्षित, तेज़ और आसान हो गया है। दान के
बाद डोनर्स सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद 12 मरीजों और
डोनर्स ने यह संदेश दिया कि एक निर्णय कई जिंदगियां बदल सकता है। मैक्स अस्पताल ने
अपने उन्नत उपचार और संवेदनशील देखभाल के साथ यह साबित किया कि जागरूकता और चिकित्सा
प्रगति मिलकर अंगदान को एक नई दिशा दे सकते हैं। इसने यह भी दर्शाया कि जागरूकता और
उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच इस जीवन-रक्षक संभावना को हकीकत में बदल सकती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना