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कोलकाता, 12 अगस्त (हि.स.)। आर.जी. कर कांड से जुड़ी पीड़िता की मां पर नौ अगस्त को नवान्न अभियान के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट किए जाने का अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है। यह जानकारी मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कोलकाता के जॉइंट सीपी (सदर) मीराज खालिद ने दी। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास घटना के कई वीडियो हैं, लेकिन अब तक किसी भी फुटेज में पीड़िता की मां को सड़क पर गिराकर मारपीट करने की बात साबित नहीं हुई है।
पीड़िता के पिता का आरोप है कि किड स्ट्रीट और जवाहरलाल नेहरू रोड क्रॉसिंग के पास पुलिसकर्मियों ने उनकी पत्नी का हाथ पर मारा जिससे उनके हाथ की शंखा टूट गई। इसके बाद लाठी से सिर और पीठ पर वार किया गया। उनका कहना है कि यह हमला पूर्व नियोजित था और इसकी वजह से उनकी पत्नी की मौत भी हो सकती थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिकायत दर्ज कराने के लिए उन्हें कई थानों के चक्कर लगाने पड़े —शेक्सपियर सरणी थाने से पार्क स्ट्रीट थाने और फिर न्यू मार्केट थाने भेजा गया।
पिता ने अंततः कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ईमेल भेजा। मंगलवार को पुलिस आयुक्त ने जवाब में बताया कि न्यू मार्केट थाने में शिकायत दर्ज कर ली गई है और कानून के अनुसार जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मीराज खालिद ने भी यही जानकारी दी और कहा कि अगर किसी के पास घटना से संबंधित वीडियो या तस्वीर है, तो उसे पुलिस को सौंपे। साथ ही उन्होंने दावा किया कि नौ अगस्त का ‘नवान्न अभियान’ पुलिस की अनुमति के बिना किया गया था। उस दिन डोरिना क्रॉसिंग पर 400-500 लोग जमा होकर पार्क स्ट्रीट की ओर बढ़ने लगे। भीड़ से पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई, जिसके वीडियो भी पत्रकार वार्ता में दिखाए गए।
घटना के बाद अब तक छह मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने वीडियो देखकर छह लोगों को नोटिस भेजा है, जिनमें सजल घोष, तमोघ्न घोष, अशोक डिंडा, भोला सरकार, कुशल पांडे और कमलजीत सिंह के नाम शामिल हैं। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर