कागज़ फाड़कर चेयर पर फेंकना शर्मनाक : लोकसभा में विपक्ष के हंगामे पर किरेन रिजिजू का तीखा हमला
नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। बिहार में मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) के मुद्दे पर मंगलवार को लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने नारेबाज़ी करते हुए पीठासीन अध्यक्ष की ओर कागज़ के टुकड़े फेंके, जिससे सदन की गरिमा पर सवाल उठे। हंगामे के चलते
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू मंगलवार को सदन में


नई दिल्ली, 12 अगस्त (हि.स.)। बिहार में मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) के मुद्दे पर मंगलवार को लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने नारेबाज़ी करते हुए पीठासीन अध्यक्ष की ओर कागज़ के टुकड़े फेंके, जिससे सदन की गरिमा पर सवाल उठे। हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 18 अगस्त, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इस घटनाक्रम पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हम भी विपक्ष में रहे हैं। हमने भी विरोध किया है, लेकिन कभी कागज़ फाड़कर या नाटकबाज़ी करके नहीं किया। आपने (विपक्ष) देश की संसद और लोकतंत्र का अपमान किया है।

रिजिजू ने कहा कि संसद देश की सर्वोच्च संस्था है और उसे कानून के मुताबिक चलाया जाएगा, विपक्ष की मनमानी से नहीं। उन्होंने कहा कि जो सदन देश की सेवा का मंच है, उसी सदन में आज आपने चेयर पर कागज़ फेंका है। यह शर्मनाक है। देश आपको माफ़ नहीं करेगा।

इस दौरान भाजपा सांसद जगदंबिका पाल, जो उस समय पीठासीन अधिकारी की भूमिका में थे, ने कहा कि यह घटना कांग्रेस उपनेता गौरव गोगोई के इशारे पर हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि गौरव गोगोई ने स्वयं कागज़ उठाकर सांसदों को दिए और उन्हें फाड़ने को कहा। ऐसे गैर-जिम्मेदाराना आचरण की उम्मीद एक उपनेता से नहीं की जाती।

बाद में पत्रकारों से बात करते हुए पाल ने कहा कि लोकसभा और संसद की मर्यादा होती है। आज पहली बार देखा कि उपनेता खुद कागज़ बांट रहे हैं और सांसदों से कह रहे हैं कि उन्हें फाड़कर चेयर की ओर उछालो। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि पूरा देश संसद की कार्यवाही देखता है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार