धर्मशाला में तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू
धर्मशाला, 12 अगस्त (हि.स.)। जिला मुख्यालय धर्मशाला में मंगलवार को तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) शिल्पी बेक्टा द्वारा किया गया। यह कार्यशाला जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा द्वारा आयोजित की जा रही है, ज
धर्मशाला में तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू


धर्मशाला, 12 अगस्त (हि.स.)। जिला मुख्यालय धर्मशाला में मंगलवार को तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) शिल्पी बेक्टा द्वारा किया गया। यह कार्यशाला जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा द्वारा आयोजित की जा रही है, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी, नगरीय निकाय प्रतिनिधि, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य, लाइन विभाग के अधिकारी एवं आपातकालीन सेवाओं के कर्मी भाग ले रहे हैं।

एडीएम शिल्पी बेक्टा ने कहा कि जिला कांगड़ा भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र है जहां भूस्खलन, बादल फटने, भूकंप, सड़क दुर्घटनाएं, जंगल की आग तथा फ्लैश फ्लड जैसी आपदाओं की घटनाएं बार-बार सामने आती हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि जुलाई 2025 में क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन, नगरा क्षेत्र में आई अचानक बाढ़, तथा धर्मशाला में मानसून के दौरान कई भवनों को हुए नुकसान जैसी घटनाओं ने आपदा प्रबंधन की प्रभावी योजना और तैयारी की आवश्यकता को और स्पष्ट कर दिया है।

डी.डी.एम.ए. के प्रलेखन समन्वयक रोबिन कुमार ने बताया कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को जिला, शहर और ग्राम स्तर की आपदा प्रबंधन योजना, पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेसमेंट तथा आपदा जोखिम वित्तपोषण जैसे विषयों पर विस्तृत रूप से पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करना और आपदा की स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।

रोबिन कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्रियंक संसाधन व्यक्ति के रूप में उपस्थित हैं, जो आपदा जोखिम प्रबंधन, वित्तपोषण और पुनर्वास योजनाओं पर मार्गदर्शन देंगे। वहीं मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक सहयोग विषय पर संदीप शर्मा प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करेंगे। यह प्रशिक्षण 14 अगस्त 2025 तक चलेगा और समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / सतेंद्र धलारिया