मिड डे मील में गड़बड़ी, प्रधान पर गिरी गाज, 95-जी का नोटिस
विद्यालयों का औचक निरीक्षण, डीएम ने परखी पढ़ाई, मिड डे मील और साफ-सफाई
मिड डे मील की गुणवत्ता देखते डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल


बच्चों से सवाल पूंछतीं डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल


बच्चों से सवाल पूंछतीं डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल


स्कूली बच्चों से बात करती डीएम दुर्गा शक्ति नागपुर


लखीमपुर खीरी, 12 अगस्त (हि.स.)। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल मंगलवार सुबह ब्लॉक सदर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय यूपीएस कोरैया जंगल, पीएस निपनिया, पीएस धौरहरा खुर्द और पीएस बौठा सहित विद्यालय भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कक्षाओं में बच्चों की पढ़ाई, शिक्षक-छात्र उपस्थिति, मिड डे मील की गुणवत्ता, साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं का बारीकी से आकलन किया। इस दौरान डीपीआरओ विशाल सिंह, डीपीओ भारत प्रसाद, बीईओ देवेश राय मौजूद रहे।

गाढ़ी दाल देने के निर्देश, बच्चों की रीडिंग स्किल परखी

निरीक्षण की शुरुआत डीएम ने यूपीएस कोरैया जंगल से की। यहां पहुंचकर उन्होंने मिड डे मील के तहत तैयार दाल-चावल की गुणवत्ता की जांच की और पाया कि दाल पतली थी। उन्होंने बच्चों को गाढ़ी दाल परोसने के निर्देश दिए। शिक्षा की गुणवत्ता परखने के लिए बच्चों से कई सवाल पूछे, उनसे किताब पढ़वाई और रीडिंग स्किल का परीक्षण किया। विद्यालय के शौचालयों की क्रियाशीलता और पेयजल की उपलब्धता की भी जांच की।

निपनिया में अभिभावकों से समन्वय बढ़ाने की हिदायत

इसके बाद डीएम प्राथमिक विद्यालय निपनिया पहुंचीं, जहां उन्होंने उपस्थिति पंजिका समेत अन्य अभिलेखों की गहन जांच की। शिक्षकों को निर्देश दिए कि विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए अभिभावकों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखें। जो बच्चे लगातार अनुपस्थित रहते हैं, उनके घर जाकर उन्हें विद्यालय भेजने की व्यवस्था करें।

धौरहरा खुर्द में मिड डे मील में खामी, प्रधान पर गिरी गाज

पीएस धौरहरा खुर्द में निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि मिड डे मील में दी जा रही दाल में न तो सब्जी डाली गई थी और कम हल्दी का प्रयोग हुआ था। साथ ही उपस्थित बच्चों की संख्या के अनुपात में दाल कम बनी थी। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने डीपीआरओ को ग्राम प्रधान के विरुद्ध 95 जी का नोटिस निर्गत करने के निर्देश दिए।

बौठा में बच्चों ने सही पहचानी मुद्रा, मिला इनाम

निरीक्षण का अंतिम पड़ाव प्राथमिक विद्यालय बौठा रहा। यहां शिक्षिका नौनिहालों को मुद्रा पहचानना सिखा रही थीं। डीएम ने मौके पर बच्चों से अलग-अलग मूल्य के नोट पहचानने को कहा। बच्चों ने सही उत्तर देकर अपनी सीखने की क्षमता का परिचय दिया। सही उत्तर देने वाले बच्चों को डीएम ने प्रोत्साहित करते हुए इनाम भी दिया।

49 स्कूलों के बच्चों की पेयरिंग, शिक्षक 10 दिन तक छोड़ेंगे-लाएंगे

जिले के 49 परिषदीय विद्यालयों के 1291 बच्चों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उन्हें निकटवर्ती स्कूलों से पेयरिंग किया गया है। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने निर्देश दिए कि उपस्थिति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अगले 10 दिन तक पेयरिंग स्कूल के प्रधानाध्यापक व शिक्षक स्वयं बच्चों को घर से लाएंगे और पढ़ाई के बाद सुरक्षित घर छोड़ेंगे। खंड शिक्षा अधिकारियों को व्यवस्था की सतत निगरानी के निर्देश भी दिए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / देवनन्दन श्रीवास्तव