हिमाचल में कांग्रेस के नए अध्यक्ष की तलाश तेज़, अनुसूचित जाति नेताओं पर नजर
शिमला, 12 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर मंथन तेज हो गया है। पार्टी हाईकमान जल्द ही नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इस संबंध में हाईकमान को सुझाव भेज दिया है।
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शिमला, 12 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर मंथन तेज हो गया है। पार्टी हाईकमान जल्द ही नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इस संबंध में हाईकमान को सुझाव भेज दिया है। उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग या मौजूदा कैबिनेट मंत्रियों में से किसी वरिष्ठ नेता को अध्यक्ष बनाने की सिफारिश की है। पिछले दिनों कांग्रेस हाईकमान दिल्ली में मुख्यमंत्री सुक्खू व वर्तमान अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से नए अध्यक्ष पर चर्चा कर चुकी है। कांग्रेस चाहती है कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाए, इसलिए जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

राज्य में अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को मिलाकर करीब 50 फीसदी आबादी है। इस बड़े वोट बैंक को साधने के लिए हाईकमान अनुसूचित जाति वर्ग के वरिष्ठ नेता को कमान देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। पार्टी का मानना है कि इससे सामाजिक संतुलन बनेगा और आने वाले चुनाव में इसे राजनीतिक फायदा भी मिलेगा।

भाजपा की ओर नजर डालें तो पार्टी ने हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर अनुसूचित जाति वर्ग को तरजीह नहीं दी। वर्तमान में भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल लगातार दूसरी बार इस पद पर हैं। हालांकि उनसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप अनुसूचित जाति वर्ग से थे। कांग्रेस के इतिहास में अब तक तीन बार ही अनुसूचित जाति वर्ग के नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है। इनमें कुलदीप कुमार, स्वर्गीय पिरू राम और केडी सुल्तानपुरी अध्यक्ष रह चुके हैं। पिछले लंबे समय से यह पद इस वर्ग को नहीं मिला है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल नाम

अनुसूचित जाति वर्ग से जिन कांग्रेस विधायकों के नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं, उनमें सोलन जिले की कसौली सीट से विधायक विनोद सुल्तानपूरी, सिरमौर जिले की श्री रेणुका जी सीट से विनय कुमार, कांगड़ा जिले की जयसिंहपुर सीट से यादविंदर गोमा और हमीरपुर जिले की भोरंज सीट से विधायक सुरेश कुमार शामिल हैं। इनमें यादविंदर गोमा वर्तमान सुक्खू सरकार में मंत्री हैं, जबकि विनय कुमार विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं।

सामान्य वर्ग से अध्यक्ष पद की दौड़ में ठियोग से विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौड़ तथा कोटखाई से विधायक और वर्तमान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का नाम भी चर्चा में है। माना जा रहा है कि जातीय समीकरण के साथ क्षेत्रीय संतुलन पर भी हाईकमान अंतिम फैसला करेगा।

मई 2025 में खत्म हो चुका है प्रतिभा सिंह का कार्यकाल

वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का कार्यकाल छह मई 2025 को समाप्त हो चुका है। नवंबर 2024 से ही प्रदेश, जिला और ब्लॉक कांग्रेस की कार्यकारिणी भंग है। ऐसे में नए अध्यक्ष के चयन के साथ ही नई कार्यकारिणी का गठन भी किया जाएगा।

27 अप्रैल 2022 को कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था और छह मई 2022 को उन्होंने शिमला स्थित राजीव भवन में औपचारिक रूप से पदभार संभाला था। अब लगभग सवा तीन साल बाद यह पद खाली हो रहा है और नए चेहरे की तलाश तेज हो गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा