गंगा का बढ़ा जलस्तर, चेतावनी बिन्दु से 54 सेमी दूर कानपुर
— बीते चौबीस घंटे में नौ सेमी बढ़ा जलस्तर, हरिद्वार और नरौरा से छोड़ा गया पानी
गंगा बैराज का छायाचित्र


कानपुर, 12 अगस्त (हि.स.)। पहाड़ों के साथ उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश और दो प्रमुख बांधों से छोड़े गये पानी की वजह से कानपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बीते चौबीस घंटे में नौ सेमी गंगा का जलस्तर बढ़ा है जो चेतावनी बिन्दु से महज 54 सेमी दूर है। ऐसे में कानपुर प्रशासन ने संभावित बाढ़ग्रस्त गांवों को खाली करने के लिए निर्देशित कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से लगाया जा सकता है। जहां जनपद में नदियां उफान पर हैं तो वहीं गंगा खतरे के निशान से 1.54 मीटर की दूरी तक पहुंच गई है, जबकि चेतावनी बिंदु से 0.54 मीटर की दूरी पर है। लगातार पानी के बढ़ रहे दबाव के चलते गंगा बैराज के सभी गेट (30) खोल दिये गए हैं।

गंगा बैराज में गेज मीटर मापने वाले कर्मचारी उत्तम पाल ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि बारिश और बांधों से पानी आने के चलते रोजाना गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है।

हरिद्वार से 1,29,829 क्यूसेक और नरौरा से 2,00600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा बैराज पर 114.03 मीटर पानी पहुंच गया जिसे अप कहा जाता है। पानी बढ़ने पर गेट खोल दिये गये और 3,40,179 क्यूसेक निकलने पर 113.83 मीटर डाउन रिकार्ड किया गया।

चेतावनी बिन्दु से 54 सेमी दूर

आगे उन्होंने बताया कि कानपुर में चेतावनी एवं खतरे का मापन शुक्लागंज से लिया जाता है। यहां पर सोमवार को 112.37 मीटर गंगा का जलस्तर था जो बढ़कर आज 112.46 मीटर तक पहुंच गया है। कानपुर का चेतावनी बिन्दु 113 मीटर है 114 मीटर खतरे का निशान है।

अलर्ट हुआ प्रशासन

कानपुर जनपद में यमुना नदी के बाद अब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरु हो गया है जिससे चलते प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया है। एडीएम सिटी राजेश वर्मा ने बताया कि गंगा के ​कटरी क्षेत्र में संभावित बाढ़ ग्रस्त गांवों को खाली करने के लिए निर्देशित कर दिया गया है और पंचायत सचिवों व लेखपालों को बराबर मॉनिटरिंग के लिए भी निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही पानी बढ़ने पर बाढ़ शिविरों की भी तैयारी कर ली गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप