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कानपुर, 12 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में “ग्लोबल बिजनेस समिट एवं कल्चरल इमर्शन-2025” का भव्य शुभारंभ मंगलवार को हुआ। इस मौके पर भारत के साथ-साथ नामीबिया और नाइजीरिया से कई प्रतिष्ठित अतिथि विश्वविद्यालय पधारे। यह जानकारी मंगलवार को विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने दी।
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक के दूरदर्शी नेतृत्व और विज़न के तहत विश्वविद्यालय परिसर में दो वर्ष पूर्व आईआरएसी सेल की स्थापना की गई थी। इसके माध्यम से विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीयकरण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाते हुए अनेक देशों एवं संस्थाओं के साथ एमओयू किए, विदेशी छात्रों को आमंत्रित किया और सफलतापूर्वक प्रवेश प्रदान किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अब अल्पकालिक अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसरों की नियुक्ति, छात्र एवं फैकल्टी विनिमय, सहयोगी शोध, नवाचार और अन्य वैश्विक गतिविधियों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रो. अवस्थी ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीयकरण के नए आयाम स्थापित करेगा।
आईआरएसी सेल के अधिष्ठाता प्रो. सुधांशु पांडिया ने कहा कि अब तक लगभग 35 विदेशी छात्रों का प्रवेश विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में किया जा चुका है, जबकि ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल के माध्यम से 500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। सभी आवेदनों की सावधानीपूर्वक स्क्रीनिंग के बाद ही योग्य छात्रों को प्रवेश दिया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने सभी विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत कर उन्हें स्मृति-चिह्न भेंट किए।
आईआरएसी सेल के एसोसिएट डीन डॉ. राजीव मिश्रा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों, सुविधाओं, अधोसंरचना और शैक्षणिक वातावरण की विस्तृत जानकारी दी। समिट के अंतर्गत आयोजित ओपन फोरम चर्चा में विदेशी प्रतिनिधियों और विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम, छात्र-छात्रा विनिमय और फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम्स के सफल आयोजन पर विचार-विमर्श किया। विदेशी प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय के हॉस्टल, शैक्षणिक माहौल और सुविधाओं में गहरी रुचि दिखाई और अनेक प्रश्न पूछे।
एसोसिएट डीन डॉ. प्रभात द्विवेदी ने सभी अतिथियों, विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों और उपस्थित प्रोफेसरों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. विकास सैनी ने किया।
इस मौके पर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक डॉ. आलोक कुमार, स्कूल ऑफ फार्मेसी की निदेशक डॉ. शशि किरण मिश्रा, स्कूल ऑफ लैंग्वेज के निदेशक एवं चीफ वार्डन डॉ. सर्वे मणि त्रिपाठी, आईआरएसी सेल से नरेंद्र सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अंतरराष्ट्रीय छात्र अर्पण साहा और विप्लव कुमार ने भी कार्यक्रम के सफल संयोजन में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद