लगातार बारिश से बाजरे की बुवाई में देरी, किसानों की चिंता बढ़ी
लगातार बारिश से बाजरे की बुवाई में देरी, किसानों की चिंता बढ़ी औरैया, 12 अगस्त (हि. स.) । जनपद के बीहड़ क्षेत्र में लगातार हो रही झमाझम बारिश से एक ओर लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं, वहीं किसानों की परेशानी भी बढ़ गई है। जुताई न हो पाने से बाजरे की बुव
फोटो - जिले के बीहड़ इलाके वारिस कि तस्वीर


लगातार बारिश से बाजरे की बुवाई में देरी, किसानों की चिंता बढ़ी

औरैया, 12 अगस्त (हि. स.) । जनपद के बीहड़ क्षेत्र में लगातार हो रही झमाझम बारिश से एक ओर लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं, वहीं किसानों की परेशानी भी बढ़ गई है। जुताई न हो पाने से बाजरे की बुवाई में देरी हो रही है, जिससे किसान बेहद चिंतित और बेचैन नजर आ रहे हैं।

जूहीखा निवासी किसान वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हाल की भीषण बाढ़ से बाजरे, उड़द और कुम्हेड़े की बोई हुई फसलें पानी में डूबकर पूरी तरह नष्ट हो गईं। बाढ़ कम होने के बाद भी लगातार बारिश जारी रहने के कारण खेतों में दोबारा जुताई और बुवाई संभव नहीं हो पा रही है। परिणामस्वरूप बाजरे की बुवाई का समय निकलता जा रहा है।

किसानों का कहना है कि यदि जल्द मौसम में सुधार नहीं हुआ और बुवाई का कार्य शुरू नहीं हो पाया, तो इस क्षेत्र में बाजरे का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा। इससे न केवल अनाज की कमी होगी, बल्कि किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा।

कुछ किसानों ने आशंका जताई है कि यदि बुवाई का समय पूरी तरह निकल गया, तो उन्हें पूरे सीजन खाली खेत छोड़ने पड़ सकते हैं, जिससे आजीविका पर गंभीर संकट आ जाएगा। वहीं, सरकार को भी खाद्यान्न उत्पादन में कमी के कारण नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

किसानों ने प्रशासन और कृषि विभाग से अपील की है कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत उपाय तेज किए जाएं और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक फसलों के लिए बीज और तकनीकी सहायता मुहैया कराई जाए, ताकि इस आपदा के बीच उनकी मेहनत और उम्मीद बचाई जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार