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भोपाल, 11 अगस्त (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने साेमवार काे पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के संविधान की सबसे बड़ी ताकत जनता का वोट का अधिकार है। यही अधिकार लोकतंत्र की नींव है और इसी से जनता अपने प्रतिनिधि और सरकार चुनती है। जब इस पवित्र अधिकार के साथ छेड़छाड़ होती है, तो यह केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि देश के संविधान और लोकतांत्रिक आस्था पर सीधा हमला है।
जीतू पटवारी ने बताया कि आज देश के लगभग 300 सांसद, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में, तमाम विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के साथ मिलकर वोट चोरी और चुनाव आयोग की पक्षपाती भूमिका के खिलाफ चुनाव आयोग से मिलने गए थे। लेकिन जनता की आवाज उठाने के बजाय, सरकार ने सभी सांसदों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने बार-बार चुनाव आयोग को सबूत दिए कि वोट की चोरी हुए। महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में बीजेपी ने चुनाव आयोग की मदद से जनादेश को मैनिपुलेट किया। यह किसी दल की हार-जीत का सवाल नहीं, बल्कि एक वोट – एक अधिकार की पवित्रता को बनाए रखने की लड़ाई है। पटवारी ने बीजेपी को चेतावनी दी कि अगर उनका रवैया इसी तरह तानाशाहीपूर्ण रहा, तो मध्य प्रदेश की सड़कें जनता के आंदोलन से भर जाएंगी। आज घर-घर यह बात पहुंच चुकी है कि बीजेपी वोट चोरी से चुनाव जीतती है और जनता अब चुप नहीं बैठेगी।
प्रदेश कांग्रेस ने घोषणा की है कि साेमवार और मंगलवार काे पूरे मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार के पुतला दहन कार्यक्रम होंगे। 12 अगस्त को रीवा से वोट सत्याग्रह की शुरुआत होगी, जिसमें नेता प्रतिपक्ष, वरिष्ठ नेता, विधायक और पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे। इस सत्याग्रह का एकमात्र उद्देश्य है जनता को जागरूक करना और मध्य प्रदेश में वोट चोरी से बनी सरकार का सच उजागर करना। पटवारी ने कहा कि यह आंदोलन किसी राजनीतिक लाभ-हानि के लिए नहीं, बल्कि जनता के वोट की पवित्रता को बचाने और संविधान की रक्षा के लिए है।
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हिन्दुस्थान समाचार / नेहा पांडे