हिसार : एचएयू के आरडीएस फार्म का छज्जा गिरने से ठेका कर्मी की मौत
कर्मचारी की मौत ​पर प्रशासन ने दी सफाई, इनसो ने बताया प्रशासन को जिम्मेवार हिसार, 11 अगस्त (हि.स.)। यहां के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के रामधन सिंह बीज फार्म की बिल्डिंग का छज्जा गिरने से एक कर्मचारी की मौत हो गई। कर्मचारी जगविन्द्र ठेका प्रथा के अ
रामधन सिंह बीज फार्म का गिरा हुआ छज्जा।


कर्मचारी की मौत ​पर प्रशासन ने दी सफाई, इनसो ने बताया प्रशासन को जिम्मेवार

हिसार, 11 अगस्त (हि.स.)। यहां के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के रामधन सिंह बीज फार्म की बिल्डिंग का छज्जा गिरने से एक कर्मचारी की मौत हो गई। कर्मचारी जगविन्द्र ठेका प्रथा के अधीन कार्यरत था। छज्जा गिरने से ठेका कर्मी की मौत के मामले में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है। कई संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप जड़ा है वहीं सरकार को भी आड़े हाथों लिया है कि वह स्कूलों व विश्वविद्यालय के भवनों की तरफ ध्यान नहीं देे रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के लुदास रोड स्थित रामधन सिंह बीज फार्म के भवन का सोमवार दोपहर को छज्जा गिर गया। इससे वहां काम कर रहे ठेका कर्मी शिकारपुर निवासी जगविन्द्र की मौत हो गई। भवन का छज्जा गिरने व एक कर्मचारी की मौत की सूचना जैसे ही विश्वविद्यालय के अधिकारियों तक पहुंची तो उनमें हड़कंप मच गया। विश्वविद्यालय के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।छज्जा गिरने से कर्मचारी की मौत की सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके पर आवश्यक कार्रवाई करके मृतक जगविन्द्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया। मृतक के परिजन भी मौके पर पहुंच गए और विश्वविद्यालय के अधिकारियों से बात की। उधर, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि रामधन सिंह बीज फार्म से शिकायत आई थी कि छज्जे कि स्थिति खराब है। इस पर विभाग ने सोमवार को उस छज्जे को तोड़ने के लिए जगविंदर कुमार व एक मिस्त्री को भेजा था। उसी दौरान ये दुखद हादसा हो गया।

इनसो ने जड़े विश्वविद्यालय पर आरोप

छात्र संगठन इनसो ने इस घटना के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेवार ठहराया है। छात्र नेता अज्जू घणघस ने कहा कि ये मौत किसी हादसे की नहीं, बल्कि भाजपा सरकार, कुलपति व लापरवाह प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है। सरकार ने शिक्षण संस्थानों की हालत सुधारने की बजाय यहां राजनीति चमकाने में ज्यादा वक्त गंवाया। हिसाब देना होगा कि 700 करोड़ का बजट कहां गया, किसकी जेब में गया? उन्होेंने कहा कि इस घटना के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन सीधे रूप से जिम्मेवार है। सरकार विश्वविद्यालय के कुलपति को तुरंत हटाए और मृतक के परिवार को मुआवजा व स्थायी नौकरी दी जाए। अगर इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो इनसो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर