प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनाः ग्वालियर संभाग के किसानों के खातों में पहुँची 52.276 करोड़ रुपये की राशि
ग्वालियर, 11 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राजस्थान के झुंझनू से पात्र कृषकों के खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा राशि पहुँचाई। इसमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के कुल 3,18,160 कृषकों के खातों में पहुँची 5
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (प्रतीकात्मक तस्वीर)


ग्वालियर, 11 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राजस्थान के झुंझनू से पात्र कृषकों के खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा राशि पहुँचाई। इसमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के कुल 3,18,160 कृषकों के खातों में पहुँची 52.276 करोड रुपये की बीमा राशि शामिल है। इसी तरह चम्बल संभाग के कुल 1,38,594 कृषकों को 18.615 करोड राशि मिली है।

संभागीय संयुक्त संचालक कृषि एवं किसान कल्याण आर एस शाक्यवार ने बताया कि ग्वालियर जिले के 35075 कृषकों को 3.725 करोड, शिवपुरी जिले के 58742 कृषकों को 8.101 करोड, गुना जिले के 86621 कृषकों को 10.861 करोड, अशोकनगर जिले के 129656 कृषकों को 29.300 करोड एवं दतिया जिले के 8066 कृषकों को 0.29 करोड रूपए की बीमा राशि मिली है। इसी तरह मुरैना जिले के 44893 कृषकों को 5.144 करोड, भिण्ड जिले के 76662 कृषकों को 9.870 करोड एवं श्योपुर जिले के 17039 कृषकों को 3.601 करोड रुपए बीमा क्लेम के रूप में मिले हैं।

खरीफ फसल का बीमा कराने की तिथि बढ़ी

शाक्यवार ने बताया कि ग्वालियर व चंबल संभाग के किसान भाइयों के लिये अपनी खरीफ फसल का बीमा कराने का एक और मौका मिला है। फसल बीमा करने के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने की अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है। अब अऋणी कृषक 14 अगस्त तक एवं ऋणी कृषक 30 अगस्त तक खरीफ फसल का बीमा करा सकते हैं। संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने अधिक से अधिक किसानों की फसलों का बीमा कराने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।

फसल बीमा कराने के लिये आवश्यक दस्तावेजों में आधारकार्ड, बैंक पासबुक की छायाप्रति एवं भूमि संबंधी दस्तावेज शामिल हैं। किसान भाई नजदीकी ग्राहक सेवा केन्द्र, कॉमन सर्विस सेंटर, फसल बीमा पोर्टल, क्रॉप इंश्योरेंस एप, एआईसी के प्रतिनिधि, निकटतम बैंक शाखा व ऐसी सहकारी समिति जहाँ बचत खाता है, वहाँ पर संपर्क कर अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर